केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि भारत अब दुनिया के शीर्ष 25 हथियार निर्यातक देशों में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत की 100 से अधिक कंपनियां ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका रॉकेट सिस्टम और डोर्नियर एयरक्राफ्ट जैसे रक्षा उत्पादों का निर्यात कर रही हैं। सीतारमण ने यह बात गुजरात के गांधीनगर में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (RRU) के चौथे दीक्षांत समारोह के दौरान कही।
उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने स्वदेशी रक्षा उत्पादन में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। वित्त वर्ष 2023-24 में देश का रक्षा उत्पादन 1.27 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया जो 2014-15 के मुकाबले 2.7 गुना अधिक है।
देश के रक्षा निर्यात में भी बड़ी बढ़ोतरी हुई है। सीतारमण ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारत ने 21,083 करोड़ रुपये का रक्षा निर्यात किया जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। यह 2013-14 में केवल 686 करोड़ रुपये के मुकाबले 30 गुना ज्यादा है।
इस कार्यक्रम के दौरान, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (IFSCA) और राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (RRU) के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर हुआ। इस समझौते का उद्देश्य शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को कम करना, पेशेवरों को प्रशिक्षण देना और शोध को बढ़ावा देना है।
समारोह में गुजरात सरकार के वित्त मंत्री कनु देसाई, RRU के कुलपति बिमल एन. पटेल और IFSCA के अध्यक्ष के. राजारमन भी मौजूद रहे। वित्त मंत्री ने इस अवसर पर भारत की रक्षा क्षमताओं और आत्मनिर्भरता की दिशा में हुई प्रगति को देश के लिए गर्व का विषय बताया।