भारत और बेल्जियम ने आपसी व्यापार को बढ़ावा देने के लिए औषधि (फार्मा) और कृषि उत्पादों के क्षेत्र में नई संभावनाओं पर चर्चा की है। दोनों देशों ने व्यापार में आने वाली समस्याओं को हल करने के लिए एक मजबूत तंत्र स्थापित करने पर सहमति जताई है। यह निर्णय केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और बेल्जियम के विदेश व विदेश व्यापार मंत्री बर्नार्ड क्विंटिन के बीच ब्रसेल्स में हुई बैठक में लिया गया।
इस चर्चा के दौरान, औषधि और कृषि उत्पादों की सहमति प्रक्रियाओं में आने वाली नियामक बाधाओं को हल करने पर विशेष जोर दिया गया। दोनों पक्षों ने व्यापारिक चुनौतियों से निपटने के लिए निरंतर बातचीत करने और एक पारदर्शी प्रक्रिया अपनाने की बात कही। बैठक में भारत और यूरोपीय संघ के बीच चल रहे मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) पर भी चर्चा की गई। दोनों मंत्रियों ने आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने और व्यापारिक समस्याओं को प्राथमिकता देकर बातचीत को तेज करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक नवीकरणीय ऊर्जा, जीवन विज्ञान, डिजिटल प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचा और खाद्य उत्पादों जैसे क्षेत्रों में सहयोग को प्राथमिकता दी गई है। बेल्जियम ने भारत के साथ अपनी व्यापारिक साझेदारी को और मजबूत करने की इच्छा जताई है ताकि व्यापार संबंधों में विविधता लाई जा सके।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि उन्होंने बेल्जियम के मंत्री बर्नार्ड क्विंटिन के साथ भारत में आगामी बेल्जियम आर्थिक मिशन पर सकारात्मक बातचीत की। उन्होंने टिकाऊ प्रौद्योगिकियों, सेमीकंडक्टर (अर्धचालकों), रत्न और आभूषण, स्वास्थ्य सेवा और कृषि उत्पादों के क्षेत्रों में व्यापार और निवेश बढ़ाने के अवसरों की पहचान की। गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2023-2024 में भारत और बेल्जियम के बीच व्यापार का अनुमान 15.07 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक है। वहीं, बेल्जियम से भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 3.94 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक रहने का अनुमान है।