भारत और यूनेस्को 6 सितंबर को फ्रांस के पेरिस में मुख्य विज्ञान सलाहकार गोलमेज सम्मेलन (सीएसएआर) के 2024 संस्करण का सह-आयोजन करेंगे। यह गोलमेज सम्मेलन भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय और यूनेस्को के प्राकृतिक विज्ञान क्षेत्र द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जायेगा। कुल 28 देशों के प्रतिनिधिमंडल इस गोलमेज सम्मेलन में शामिल होंगे। सम्मेलन की सह-अध्यक्षता भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय कुमार सूद और यूनेस्को की सहायक महानिदेशक (एडीजी – प्राकृतिक विज्ञान) डॉ. लिडिया ब्रिटो करेंगे।
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार मुख्य विज्ञान सलाहकार गोलमेज सम्मेलन के 2024 संस्करण का आयोजन शुक्रवार, 6 सितंबर 2024 को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) के फ्रांस के पेरिस स्थित मुख्यालय में होगा। यह गोलमेज सम्मेलन भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय और यूनेस्को के प्राकृतिक विज्ञान क्षेत्र द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। मुख्य विज्ञान सलाहकार गोलमेज सम्मेलन (CSAR) की परिकल्पना और एक शेरपा-ट्रैक पहल के रूप में इसका शुभारंभ G20 की भारत की अध्यक्षता, 2023 के दौरान किया गया था।
बता दें, कुल 28 देशों के प्रतिनिधिमंडल, अपने मुख्य विज्ञान सलाहकारों (सीएसए) या नामांकित समकक्षों के नेतृत्व में और 6 अंतर्राष्ट्रीय संगठन “खुले विज्ञान को बढ़ावा, ज्ञान की विषमता को पाटना, और विश्व स्तर पर विज्ञान सलाह क्षमता का निर्माण” विषय पर चर्चा करने के लिए इस गोलमेज सम्मेलन में शामिल होंगे। गोलमेज सम्मेलन की सह-अध्यक्षता भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय कुमार सूद और यूनेस्को की सहायक महानिदेशक (एडीजी – प्राकृतिक विज्ञान) डॉ. लिडिया ब्रिटो द्वारा की जाएगी।
शुक्रवार को सीएसएआर 2024 से पहले एक मुक्त-प्रवाह ज्ञान सत्र आयोजित किया जाएगा, जिसमें विज्ञान में विश्वास बनाने में विज्ञान सलाह तंत्र के प्रभाव पर चर्चा की जाएगी। इसके अतिरिक्त देश, क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान सलाह क्षमता के निर्माण के संबंध में अंतर्दृष्टि विकसित की जाएगी। यह खुला सत्र मुख्य वैज्ञानिक सलाहकारों एवं समकक्षों, विभिन्न सदस्य देशों के यूनेस्को स्थायी प्रतिनिधिमंडलों और अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक एवं विज्ञान सलाहकार निकायों के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत का अवसर प्रदान करेगा। गोलमेज़ का यह 2024 संस्करण दक्षिण अफ्रीका द्वारा इस पहल को आगे बढ़ाने के साथ इस प्रयास को जारी रखने का मार्ग भी प्रशस्त करेगा।