केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि जर्मनी की सटीक इंजीनियरिंग कला और भारत की भौतिक, डिजिटल या सामाजिक बुनियादी ढांचे में विस्तार करने की क्षमता दुनिया के लिए कुछ असाधारण बनाने में मदद करेगी।
भारत की क्षमता जर्मनी की सटीक इंजीनियरिंग के साथ मिलकर दुनिया को लाभ पहुंचाने में होगी सहायक
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में जर्मन बिजनेस (एपीके) के 18वें एशिया प्रशांत सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर यह बात कही। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री ने कहा कि एआई अपनाने से लेकर सेमीकंडक्टर तक देश के जीवंत स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने से लेकर हरित प्रौद्योगिकी पर सहयोग करने तक, भारत और जर्मनी के बीच तालमेल अभूतपूर्व विकास को गति दे सकता है। उन्होंने कहा कि भारत की क्षमता जर्मनी की सटीक इंजीनियरिंग के साथ मिलकर दुनिया को लाभ पहुंचाने में सहायक होगी।
भारत जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए प्रतिबद्ध
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एशिया का जनसांख्यिकीय बदलाव व्यवसायों के लिए उपजाऊ जमीन है, जो विस्तार करना चाहते हैं और उभरते क्षेत्रों का लाभ भी उठाना चाहते हैं। उन्होंने कहा भारत जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है, राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कहा कि आज का भारत मजबूत वृहद आर्थिक बुनियादी ढांचे पर बना है। उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए सुधार, लचीलापन और तत्परता दुनिया भर के व्यवसायों के लिए उपलब्ध है। (इनपुट-हिंदुस्थान समाचार)