केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंगलवार को नई दिल्ली में इजराइल के कृषि मंत्री एवी डिचटर के साथ मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। बैठक में भविष्य में खाद्य सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों से मिलकर निपटने पर गहन चर्चा हुई।
केंद्रीय मंत्री चौहान ने बताया कि दोनों देशों ने इस बात पर चर्चा की कि कैसे मिलकर जलवायु परिवर्तन के खतरे को कम किया जा सकता है और ऐसे बीज विकसित किए जा सकते हैं जो गर्मी में भी अधिक उत्पादन दे सकें। उन्होंने कहा कि इजराइल में कृषि के क्षेत्र में कई नवाचार होते हैं, जिन्हें भारत में भी अपनाया जा सकता है। इन तकनीकों और विचारों के आदान-प्रदान से दोनों देशों को फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि भारत में जमीन का औसत आकार छोटा है, इसलिए छोटी जमीन पर भी खेती को लाभकारी बनाना सरकार की प्राथमिकता है। साथ ही उन्होंने भविष्य की पीढ़ियों के लिए जमीन की गुणवत्ता बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया और रासायनिक खाद व कीटनाशकों के अधिक उपयोग से मिट्टी की खराब होती सेहत पर चिंता जताई।
मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री चौहान और उनके इजरायली समकक्ष ने दिल्ली स्थित पूसा में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) का दौरा भी किया। उन्होंने एक साथ वृक्षारोपण किया और 1998 में भारत-इजराइल सहयोग से बने ग्रीनहाउस का दौरा किया। केंद्रीय मंत्री चौहान ने सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि भारत और इजराइल के संयुक्त प्रयासों से विकसित संरक्षित खेती की तकनीकों को देखकर उन्हें खुशी हुई।