विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत और इटली के बीच साझेदारी दोनों देशों के लोकतांत्रिक मूल्यों, सभ्यता, संस्कृति और विरासत के सम्मान पर आधारित है। वह इटली-इंडिया बिजनेस, साइंस एंड टेक्नोलॉजी फोरम को संबोधित कर रहे थे, जिसमें इटली के उप प्रधानमंत्री एंटोनियो तजानी, भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और इटली की यूनिवर्सिटी एंड रिसर्च मंत्री अन्ना मारिया बर्निनी भी मौजूद थीं।
जयशंकर ने बताया कि भारत और इटली के प्रधानमंत्रियों- नरेंद्र मोदी और जियोर्जिया मेलोनी ने नवंबर 2024 में ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान 2025 से 2029 तक के लिए एक संयुक्त रणनीतिक कार्य योजना पर सहमति जताई थी। यह योजना दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग को और गहरा करने के लिए बनाई गई है।
उन्होंने कहा, “इस योजना में हमारे प्रधानमंत्रियों की साझा दृष्टि दिखाई देती है, जो हमारे उद्योगों, वैज्ञानिक संस्थानों और उच्च शिक्षा संस्थाओं को एक साथ लाने पर केंद्रित है ताकि नवाचार, ज्ञान और प्रतिभा का आदान-प्रदान हो सके।” जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत और इटली एक साझा दृष्टिकोण रखते हैं जो एक स्थिर, नियम आधारित और समृद्ध विश्व की परिकल्पना करता है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “हमारी साझेदारी में कई संभावनाएं हैं, चाहे वह व्यापार हो, विज्ञान हो या शिक्षा। हमने भूमध्यसागरीय और इंडो-पैसिफिक क्षेत्रों में आपसी हितों पर भी चर्चा की।”
इससे पहले जयशंकर ने 9वें ग्लोबल टेक समिट को भी संबोधित किया, जहां उन्होंने वैश्विक तकनीकी परिवर्तनों, व्यापार और टेक्नोलॉजी के संबंध और भरोसेमंद डिजिटल प्रथाओं की आवश्यकता पर जोर दिया।