विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत अमेरिका के साथ एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) को 2025 की शरद ऋतु तक अंतिम रूप देने की दिशा में कार्य कर रहा है , जिससे भारत राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अमेरिका के साथ ऐसा समझौता करने वाला एकमात्र देश बन गया है।
दोनों देशों ने प्रारंभिक चरण में ही व्यापार संबंधी मुद्दों पर रचनात्मक संवाद स्थापित करने और एक व्यापक समझौते की दिशा में कार्य करने पर सहमति व्यक्त की थी
नई दिल्ली में आयोजित ‘न्यूज़18 राइजिंग भारत समिट’ में बोलते हुए जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों ने शुरुआती दौर में ही व्यापार मुद्दों पर रचनात्मक रूप से संवाद करने और एक व्यापक समझौते की दिशा में काम करने पर सहमति जताई थी। उन्होंने कहा, “हमने यह तय किया कि इस वर्ष की शरद ऋतु तक एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत करने की कोशिश करेंगे,” यह उल्लेख करते हुए कि यह वार्ता प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के वाशिंगटन डी.सी. में हुए शिखर सम्मेलन के बाद शुरू हुई।
यह व्यापार समझौता विभिन्न समस्याओं के समाधान तथा एक रणनीतिक मार्ग सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है
इस समय भारत अमेरिका की पारस्परिक शुल्क व्यवस्था के तहत 27% शुल्क का सामना कर रहा है। जयशंकर ने कहा कि यह व्यापार समझौता ऐसी समस्याओं का समाधान करने और एक रणनीतिक रास्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारी रणनीति का एक उद्देश्य है कि बीटीए के जरिए इस स्थिति से निपटना,” यह जोड़ते हुए कि एक व्यापार समझौता लंबे समय से भारत का लक्ष्य रहा है।
दोनों देशों ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया है
दोनों देशों ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य भी निर्धारित किया है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार, बीटीए ढांचे के तहत विशेषज्ञ स्तर की चर्चा आगामी हफ्तों में वर्चुअली शुरू होगी, जिससे आगे चलकर आमने-सामने की बातचीत का मार्ग प्रशस्त होगा। (इनपुट-आईएएनएस)