भारत ने कतर के समक्ष स्थानीय प्रशासन की ओर से गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों को जब्त किए जाने का मुद्दा उठाया है। पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब का एक स्वरूप क़तर के अधिकारियों ने लौटा दिया है और यह आश्वासन दिया गया कि दूसरे स्वरूप को भी सम्मान के साथ रखा जाएगा।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने विदेश मंत्री और कतर में भारतीय राजदूत से इस मुद्देपर हस्तक्षेप की मांग की थी। उनका कहना था कि गुरु ग्रंथ साहिब के दो पवित्र स्वरूपों को दोहा में पुलिस ने जब्त कर लिया है और उन्हें इनकी वापसी सुनिश्चित करनी चाहिए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मीडिया के सवाल के जवाब में कहा कि सरकार ने पहले ही कतर के साथ इस मामले को उठाया है और हमारे दूतावास ने दोहा में सिख समुदाय को घटनाक्रम से अवगत कराया है।
प्रवक्ता ने कहा कि कतर के अधिकारियों ने दो व्यक्तियों अथवा समूहों पर कतर सरकार की मंजूरी के बिना धार्मिक प्रतिष्ठान चलाने का आरोप लगाया और गुरु ग्रंथ साहिब के दो स्वरूप ले लिये। हमारे दूतावास स्थानीय कानूनों और विनियमों के दायरे में हर संभव सहायता प्रदान की। हम उच्च प्राथमिकता के साथ कतर के अधिकारियों के साथ मामले को फॉलो करना जारी रखेंगे और शीघ्र समाधान की आशा करते हैं।(H.S)