प्रतिक्रिया | Thursday, April 10, 2025

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गर्मी का सीजन शुरू होने के साथ ही एयरलाइन कंपनियों ने फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। दरअसल, भारत की कमर्शियल एयरलाइन आने वाले गर्मियों के सीजन में 25,610 फ्लाइट्स प्रति सप्ताह ऑपरेट करेंगी। इसमें पिछले साल के मुकाबले 5.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने यह जानकारी दी।

30 मार्च से 25 अक्टूबर तक गर्मियों का सीजन
गर्मियों का सीजन 30 मार्च से 25 अक्टूबर तक होगा। इस सीजन में फ्लाइट्स की संख्या सर्दियों के सीजन के मुकाबले 2.5 प्रतिशत अधिक है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में प्रति सप्ताह 467 अतिरिक्त फ्लाइट्स संचालित करेगी, जो कि सालाना आधार पर 3 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।

इंडिगो सबसे अधिक साप्ताहिक घरेलू फ्लाइट्स संचालित करेगी
डीजीसीए के बयान के अनुसार, इंडिगो सबसे अधिक साप्ताहिक घरेलू फ्लाइट्स संचालित करेगी। इस दौरान देश की सबसे बड़ी एयरलाइन प्रति सप्ताह 14,158 प्रस्थान करेगी। इसके बाद एयर इंडिया (4,310) और एयर इंडिया एक्सप्रेस (3,375) का स्थान है। स्पाइसजेट के स्लॉट्स में 25 प्रतिशत की गिरावट हुई है और प्रस्थान की संख्या पिछले साल के 1,657 के मुकाबले इस साल 1,240 रह गई है।

एयरलाइनों द्वारा प्रस्तावित नए हवाई अड्डे
डीजीसीए ने यह भी बताया कि एलायंस एयर और फ्लाईबिग जैसी क्षेत्रीय एयरलाइनों की उड़ानों की संख्या में क्रमशः 41.96 प्रतिशत और 30.98 प्रतिशत की कमी आई है। नए शेड्यूल के मुताबिक, 129 हवाई अड्डों में से अंबिकापुर, दतिया, बीदर, पोरबंदर, पकयांग, रीवा और सोलापुर एयरलाइनों द्वारा प्रस्तावित नए हवाई अड्डे हैं, जबकि आजमगढ़ और रूपसी हवाई अड्डों से परिचालन 2025 में निलंबित कर दिया गया है। नवी मुंबई हवाई अड्डे और नोएडा हवाई अड्डे को इस शेड्यूल में शामिल नहीं किया गया है। इन हवाई अड्डों के अक्टूबर 2025 में शुरू होने की उम्मीद है।

एविएशन सेक्टर मजबूत
भारत का एविएशन सेक्टर मजबूत बना हुआ है। फरवरी में घरेलू यात्रियों की संख्या में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 11.04 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। आईसीआरए की रिपोर्ट में कहा गया कि चालू वित्त वर्ष के 11 महीनों में घरेलू स्तर पर 15.51 करोड़ यात्रियों ने हवाई यात्रा की है। इसमें पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 7.7 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। यह आंकड़ा महामारी के पहले के वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 20) की समान अवधि के आंकड़ों से 12.9 प्रतिशत अधिक है।

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आखरी अपडेट: 10th Apr 2025