भारतीय सेना को हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाली पहली बस मिल गई है। नई दिल्ली में आज सोमवार को सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य की मौजूदगी में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गया।
सेना प्रमुख को यह बस आईओसीएल ने आज एक कार्यक्रम के दौरान सौंप दी। भारतीय सेना ने हरित और टिकाऊ परिवहन समाधान खोजने की दिशा में दृढ़ संकल्प प्रदर्शित करते हुए पहली हाइड्रोजन ईंधन बस को अपने बेड़े में शामिल किया है।
बस में 37 यात्रियों की बैठने की व्यवस्था
इस बस में 37 यात्रियों की बैठने की क्षमता है। टैंक को एक बार में 30 किलोग्राम हाइड्रोजन ईंधन से भरा जा सकता है। पूरे टैंक पर 250-300 किमी का माइलेज है, जो शून्य कार्बन उत्सर्जन सुनिश्चित करता है।
नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय सेना और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बीच हुए समझौते को लेकर एक बयान में बताया गया कि भारतीय सेना नवाचार, नवीनतम तकनीक और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जारी रखते हुए पर्यावरण अनुकूल परिवहन समाधानों का मार्ग प्रशस्त कर रही है।