प्रतिक्रिया | Sunday, December 22, 2024

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भारतीय सैन्य विरासत महोत्सव शुक्रवार से, सीडीएस अनिल चौहान करेंगे इस साल के महोत्सव का उद्घाटन

सालाना भारतीय सैन्य विरासत महोत्सव (Indian Military Heritage Festival) 8 नवंबर से नई दिल्ली में शुरू होगा। दो दिवसीय महोत्सव दूसरी बार आयोजित किया जा रहा है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान इस साल तीनों सेना प्रमुखों के साथ महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। यह परियोजना भारत के सैन्य मामलों के विभाग और यूएसआई की एक पहल है, जिसका उद्देश्य शिक्षा और पर्यटन के माध्यम से भारत की सैन्य विरासत का संरक्षण और संवर्धन करना है।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार दूसरी बार भारतीय सैन्य विरासत महोत्सव का आयोजन शुक्रवार से आरंभ होगा। भारत की सैन्य विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिए परियोजना शौर्य गाथा शुरू की जाएगी। इस आयोजन का उद्देश्य वैश्विक और भारतीय थिंक टैंक, कंपनियों, सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के उपक्रमों, गैर-लाभकारी संस्थाओं, शिक्षाविदों और अनुसंधान से जुड़े विद्वानों को भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति, सैन्य इतिहास और सैन्य विरासत पर ध्यान केंद्रित करने के लिए शामिल करना है।

महोत्सव में सैन्य विषयों पर प्रमुख प्रकाशन मुख्य आकर्षण होंगे, जिसमें पुस्तकों – एयर मार्शल विक्रम सिंह (सेवानिवृत्त) द्वारा बिकॉज ऑफ दिस: ए हिस्ट्री ऑफ द इंडो-पाक एयर वॉर दिसंबर 1971, डॉ. मृण्मयी भूषण द्वारा लिखित एवं रक्षा मंत्रालय के प्रधान सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल विनोद खंडारे (सेवानिवृत्त) द्वारा संपादित भारतीय सेना और यूएसआई का संयुक्त प्रकाशन – वेलोर एंड ऑनर, और साइलेंट वेपन्स, डेडली सीक्रेट्स: अनवीलिंग द बायोवेपन्स आर्म्स रेस आदि का विमोचन भी शामिल है।

इस वर्ष, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) रक्षा अनुसंधान में नवाचारों के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत में योगदान देने की अपनी यात्रा और उपलब्धियों पर प्रकाश डालने वाली एक फोटो प्रदर्शनी प्रस्तुत करेगा।

इस अवसर पर दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के स्कूलों और कॉलेजों के एनसीसी कैडेटों और छात्रों की भागीदारी से युवा पीढ़ी को सशस्त्र बलों में करियर बनाने के लिए प्रेरित करने में मदद मिलेगी। तीनों सेनाओं के सूचनात्मक स्टॉल उनकी भूमिकाओं और इच्छुक युवाओं के लिए उपलब्ध विभिन्न अवसरों को प्रदर्शित करेंगे।

इस वर्ष के उत्सव को रक्षा मंत्रालय, सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए), भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना, डीआरडीओ, पर्यटन विभाग लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश सरकार, संस्कृति मंत्रालय और ब्रिटिश उच्चायोग द्वारा समर्थन दिया जा रहा है। इससे संबंधित अधिक जानकारी आधिकारिक वेबसाइट: indianmilitaryheritagefestival.in पर देखी जा सकती है।

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आखरी अपडेट: 22nd Dec 2024