प्रतिक्रिया | Friday, November 22, 2024

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देश में पेटेंट की संख्या में जबरदस्त वृद्धि, साल भर में हुए एक लाख से भी अधिक

भारतीय पेटेंट कार्यालय ने पिछले एक वर्ष में अभूतपूर्व एक लाख से भी ज्यादा पेटेंट प्रदान किए हैं। इस संबंध में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पेटेंट कार्यालय ने पिछले एक साल के दौरान एक लाख से अधिक पेटेंट दिए हैं।

प्रत्येक कार्य दिवस में दिए करीब 250 पेटेंट

मंत्रालय के मुताबिक प्रत्येक कार्य दिवस में करीब 250 पेटेंट दिए गए। मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार ने पेटेंट हासिल करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए पेटेंट नियम, 2024 में कई प्रावधान किए हैं। इसके पश्चात लगातार पेटेंट की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इससे इकोसिस्टम में भी बदलाव आया है।

स्टार्टअप के लिए पेटेंट की सुविधा में फीस में की गई थी कमी

पेटेंट कार्यालय ने 15 मार्च 2023 से लेकर 14 मार्च 2024 के बीच एक लाख से ज्यादा पेटेंट दिए। इस तरह रोजाना करीब 250 पेटेंट जारी हुए। याद हो, स्टार्टअप के लिए पेटेंट की सुविधा में फीस में कमी की गई थी जिसके पश्चात पेटेंट कार्यालय ने महज एक साल के भीतर एक लाख पेटेंट प्रदान किए।

भारत को विकसित करने का किया जा रहा प्रयास

15 मार्च 2023 से 14 मार्च 2024 के बीच देश में 1,01,311 पेटेंट दिए गए। वित्तीय वर्ष 2023-24 में अब तक के उच्चतम 90,300 पेटेंट आवेदन मिले थे। यह महत्वपूर्ण इस लिहाज से है क्योंकि यह इनोवेशन हब के तौर पर भारत को विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।

GI पंजीकरण में हुई तीन गुना वृद्धि

मंत्रालय ने कहा कि बौद्धिक संपदा अधिकार से जुड़े पारिस्थितिकी तंत्र को और मजबूत करने के लिए सरकार के उपायों की वजह से ये नतीजे आए हैं। इस दौरान ज्योग्राफिकल इंडिकेटर (जीआई) पंजीकरण में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हुई, जो इससे पिछले साल की तुलना में तीन गुना है। वहीं, इस समय भारत में 573 जीआई पंजीकृत हैं। वर्ष 2023-24 में 98 नए पंजीकरण के साथ 573 पंजीकृत जीआई हैं। इसी तरह चालू वित्त वर्ष में अब तक कॉपीराइट और डिजाइन पंजीकरण के आंकड़े क्रमश: 36,378 और 27,819 हैं।

महत्वपूर्ण मील का पत्थर

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पेटेंट नियम, 2024 को आधिकारिक तौर पर अधिसूचित कर दिया है। यह नवाचार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

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आखरी अपडेट: 22nd Nov 2024