सकारात्मक वैश्विक संकेतों के बीच बुधवार को घरेलू बेंचमार्क सूचकांक हरे निशान में खुले। शुरुआती कारोबार में आईटी और ऑटो सेक्टर में खरीदारी दर्ज की गई। सुबह करीब 9.32 बजे, सेंसेक्स 536.4 अंक या 0.67 प्रतिशत बढ़कर 80,132.01 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 150.10 अंक या 0.62 प्रतिशत बढ़कर 24,317.35 पर था।
निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 359.70 अंक या 0.66 प्रतिशत बढ़कर 54,756.85 पर कारोबार कर रहा था
निफ्टी बैंक 187.10 अंक या 0.34 प्रतिशत बढ़कर 55,834.30 पर था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 359.70 अंक या 0.66 प्रतिशत बढ़कर 54,756.85 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 109.55 अंक या 0.71 प्रतिशत चढ़कर 17,013.20 पर था।
बाजार पर नजर रखने वालों के अनुसार, फेडरल रिजर्व की नीतियों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रभाव को लेकर अटकलों के बावजूद, निफ्टी का तकनीकी दृष्टिकोण 24,051 पर अपने 200-डीएमए से ऊपर मजबूत बना हुआ है। मेहता इक्विटीज के सीनियर वीपी (रिसर्च) प्रशांत तापसे ने कहा, “निफ्टी का अगला लक्ष्य 24,858 स्तर है, जिसके लिए 24,000 लेवल तत्काल समर्थन है और इसका 100-डीएमए 23,397 स्तर पर है। पॉजिटिव कैटेलिस्ट में अमेरिका-चीन व्यापार तनाव के बीच भारत के संभावित लाभ शामिल हैं।”
सेंसेक्स पैक में एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, इंडसइंड बैंक, टीसीएस और टाटा मोटर्स टॉप गेनर्स थे
इस बीच, सेंसेक्स पैक में एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, इंडसइंड बैंक, टीसीएस और टाटा मोटर्स टॉप गेनर्स थे। जबकि, केवल कोटक महिंद्रा बैंक और एशियन पेंट्स टॉप लूजर्स थे। अमेरिकी बाजारों में पिछले कारोबारी सत्र में डाउ जोंस 2.66 प्रतिशत बढ़कर 39,186.98 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 2.51 प्रतिशत बढ़कर 5,287.76 पर और नैस्डैक 2.71 प्रतिशत बढ़कर 16,300.42 पर बंद हुआ।
अमेरिका-चीन के बीच तनाव कम होने की संभावना
विशेषज्ञों ने कहा, “अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का संदेश कि उनका फेड प्रमुख को हटाने का कोई इरादा नहीं है, अमेरिकी बाजारों के लिए राहत भरा रहा। चीनी टैरिफ पर ट्रंप की टिप्पणी से संकेत मिलता है कि वह अमेरिका-चीन तनाव को कम कर सकते हैं। एफआईआई द्वारा निरंतर खरीदारी भारतीय बाजारों के लिए एक मजबूत समर्थन है।”
एशियाई बाजारों में जकार्ता, सोल, जापान, हांगकांग, बैंकॉक और चीन हरे निशान में कारोबार कर रहे थे
एशियाई बाजारों में जकार्ता, सोल, जापान, हांगकांग, बैंकॉक और चीन हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 22 अप्रैल को 1,290.43 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने उसी दिन 885.63 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।(इनपुट-आईएएनएस)