सकारात्मक मिश्रित वैश्विक संकेतों के बीच सोमवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय शेयर बाजार में 600 अंक से अधिक उछाल दर्ज हुआ। सुबह करीब 9:29 बजे सेंसेक्स 624.24 अंक या 0.80 प्रतिशत की बढ़त के साथ 78,665.83 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 185.95 अंक या 0.79 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,773.45 पर कारोबार कर रहा था।
अर्थव्यवस्था में वृद्धि के संकेत
बाजार का रुख सकारात्मक रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1,223 शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 494 शेयर लाल निशान में थे। जानकारों के अनुसार, अल्पावधि में बाजार में उछाल आएगा, जिसके बाद एफआईआई द्वारा फिर से बिकवाली की जा सकती है। जानकारों ने कहा, “एक सस्टेन्ड रैली तभी मुमकिन है जब हमें अर्थव्यवस्था में वृद्धि के पुनरुद्धार के संकेत मिलेंगे। यह 2025 की शुरुआत में होने की संभावना है।”
फार्मा सेक्टर में देखी गई खरीदारी
निफ्टी बैंक 415.45 अंक या 0.82 प्रतिशत बढ़कर 51,174.65 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 359.70 अंक या 0.63 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,266.45 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 82.95 अंक या 0.44 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,797.25 पर था। सेक्टोरल फ्रंट पर, मेटल, रियल्टी, कमोडिटीज, आईटी, ऑटो, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विस, एफएमसीजी और फार्मा सेक्टर में खरीदारी देखी गई।
भारती एयरटेल रहे टॉप गेनर्स
सेंसेक्स पैक में, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और भारती एयरटेल टॉप गेनर्स रहे। जबकि, जोमैटो और एनटीपीसी टॉप लूजर्स रहे। डॉव जोन्स पिछले कारोबारी सत्र में 1.18 प्रतिशत की बढ़त के साथ 42,840.26 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 1.09 प्रतिशत बढ़कर 5,930.90 पर और नैस्डैक 1.03 प्रतिशत बढ़कर 19,572.60 पर बंद हुआ।
हांगकांग, चीन, जापान, जकार्ता, बैंकॉक के बाजार हरे निशान पर
एशियाई बाजारों में हांगकांग, चीन, जापान, जकार्ता, बैंकॉक और सोल के बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। जानकारों ने कहा, “दिसंबर की शुरुआत में देखी गई एफआईआई खरीदारी पिछले सप्ताह पूरी तरह से पलट गई, जब एफआईआई ने 15,826 करोड़ रुपये की बिक्री की। अमेरिका का बेहतर प्रदर्शन (एसएंडपी 500 में इस साल अब तक 25 प्रतिशत की वृद्धि) और भारत का अपेक्षाकृत खराब प्रदर्शन (निफ्टी में इस साल अब तक 14.64 प्रतिशत की वृद्धि) एफआईआई रणनीति में इस बदलाव का कारण है।”
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 20 दिसंबर को 3,597.82 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 1,374.37 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।