विदेश सचिव विक्रम मिस्री आज (शुक्रवार) से भूटान की दो दिन की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। विदेश सचिव का पद संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है। इस दौरान, विदेश सचिव मिस्री भूटान के राजा से मुलाकात करेंगे। विक्रम मिस्त्री भूटान के प्रधानमंत्री, विदेश मामलों और विदेश व्यापार मंत्री, अपने भूटानी समकक्ष भूटान की शाही सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से भी मिलेंगे। दोनों देशों के विदेश सचिव भारत-भूटान विकास सहयोग वार्ता ‘योजना वार्ता’ की सह-अध्यक्षता भी करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि विदेश सचिव विक्रम मिस्री 19-20 जुलाई 2024 तक भूटान की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे, जो विदेश सचिव के रूप में कार्यभार संभालने के बाद उनकी पहली विदेश यात्रा होगी। विदेश सचिव मिस्री भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात करेंगे। यह यात्रा भारत और भूटान के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को ध्यान में रखते हुए हो रही है तथा भारत सरकार की पड़ोसी प्रथम नीति को दी जाने वाली सर्वोच्च प्राथमिकता को रेखांकित करती है। अपनी यात्रा के दौरान विक्रम मिसरी भूटान के विदेश सचिव और शाही सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे। दोनों विदेश सचिव भारत-भूटान विकास सहयोग वार्ता (‘योजना वार्ता’) की सह-अध्यक्षता भी करेंगे। बता दें विक्रम मिसरी ने सोमवार (15 जुलाई, 2024) को भारत के विदेश सचिव का पदभार ग्रहण किया था।
भारत और भूटान के बीच परस्पर विश्वास, सद्भावना और समझ पर आधारित मैत्री और सहयोग का घनिष्ठ संबंध रहा है। दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंध और साझा भूगोल लोगों को आपस में जोड़ते हैं। साल 1961 में भूटान की पहली पंचवर्षीय योजना के बाद से भूटान के साथ भारत की विकास साझेदारी लोगों को सशक्त बना रही है। दरअसल भूटान का लक्ष्य 2034 तक उच्च आय वाला देश बनना है और वह अपने आर्थिक विकास में एक नए चरण की शुरुआत कर रहा है। भारत और भूटान मिलकर कई भविष्य की परियोजनाएं पर काम कर रहे हैं।
पिछले महीने भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग टोबगे नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। इससे पहले भूटान के प्रधानमंत्री टोबगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर मार्च, 2024 में भारत के आधिकारिक दौरे पर आए थे। वहीं, मार्च 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भूटान की यात्रा की थी और उन्हें भूटान देश का सबसे बड़ा राजकीय सम्मान ऑर्डर ऑफ ड्रुक ग्यालपो दिया गया था। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ऐसे पहले विदेशी नागरिक हैं जिनको भूटान का यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया गया। पीएम मोदी ने अपनी भूटान यात्रा के दौरान कहा था कि हम विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। हमारी इस यात्रा में भूटान एक मजबूत भागीदार होगा।