भारत के टॉप युवा गेम डेवलपर्स को WAVES समिट 2025 में अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिला है। ‘क्रिएट इन इंडिया चैलेंज: सीजन 1’ के तहत हुए ‘रोड टू गेम जैम’ से चुने गए टॉप 10 गेम्स को 1 से 4 मई 2025 तक मुंबई में प्रदर्शित किया जाएगा। यह समिट भारत सरकार के वर्ल्ड ऑडियो-विजुअल एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) का हिस्सा है। यह पहल भारत के गेमिंग सेक्टर को वैश्विक मंच देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
गौरतलब है कि ‘रोड टू गेम जैम’ एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता है, जिसे गेम डेवलपर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (GDAI) और Kratos Gamer Network (KGeN) ने मिलकर आयोजित किया है। यह WAVES समिट के दूसरे स्तंभ AVGC-XR (एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स, ऑगमेंटेड और वर्चुअल रियलिटी) के अंतर्गत आता है। इसका उद्देश्य भारत के युवा डेवलपर्स को एक मंच प्रदान करना है जहां वे अपनी रचनात्मकता और तकनीकी क्षमता दिखा सकें। इस प्रतियोगिता में देशभर के 453 शहरों और कस्बों के 1650 से ज्यादा कॉलेजों से 5,500 से अधिक रजिस्ट्रेशन प्राप्त हुए। प्रतियोगिता के दौरान उद्योग विशेषज्ञों ने छात्रों को गेम डिजाइन, स्टोरीटेलिंग और गेमिंग बिजनेस से जुड़ी वर्कशॉप और AMA सत्रों के माध्यम से मार्गदर्शन भी दिया।
कई चरणों की छंटनी के बाद 175 से अधिक टीमों ने अपने ओरिजिनल गेम्स प्रस्तुत किए, जिनमें से टॉप 10 गेम्स का चयन विशेषज्ञों की जूरी द्वारा किया गया। ये गेम्स अब WAVES समिट में प्रदर्शित किए जाएंगे, जहां दुनिया भर से आए प्रोफेशनल्स इन्हें देखेंगे। प्रतियोगिता के विजेता टीमों को मुंबई में WAVES समिट में भाग लेने के लिए फ्री ट्रिप दी जाएगी। इसके अलावा, शीर्ष 3 टीमों को 7 लाख की पुरस्कार राशि दी जाएगी, जिसमें पहले स्थान पर ₹3.5 लाख, दूसरे स्थान पर ₹2 लाख और तीसरे स्थान पर ₹1.5 लाख मिलेंगे।
भारत में गेमिंग इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में 550 मिलियन से अधिक गेमर्स हैं, जिनमें से 175 मिलियन इन-गेम खरीदारी करते हैं। सस्ता इंटरनेट, मोबाइल-फर्स्ट कल्चर और युवाओं की बड़ी आबादी इस ग्रोथ का मुख्य कारण हैं। इसके साथ ही, इंजीनियरिंग और डिजाइनिंग के क्षेत्र में भारत की प्रतिभा, इंडी डेवलपर्स की सक्रियता और सरकार का सहयोग देश को गेम डेवलपमेंट का बड़ा केंद्र बना रहा है।