देश में कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए परिवहन के लिए ईवी को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश अपने-अपने यहां ईवी खरीद के लिए तमाम उपाय कर रहे हैं। ऐसे में लद्दाख में प्रशासन की ओर से एक पहल के रूप में परिवहन क्षेत्र ने सड़कों पर शून्य उत्सर्जन वाहनों को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है।
सड़कों पर शून्य उत्सर्जन वाहनों को बढ़ावा
पूरे देश में इस तरह की पहली पहल शुरू करने के लिए विभाग नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन के सहयोग से जनता के लिए हाइड्रोजन सेल ईंधन बसें शुरू करने की भी योजना बना रहा है। परिवहन आयुक्त अमित शर्मा के मुताबिक नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन और परिवहन विभाग के बीच जल्द ही समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होंगे।
इलेक्ट्रिक वाहनों के सफल परीक्षण पूरा
केंद्र शासित प्रदेश में तीन और चार पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों के सफल परीक्षण पूरा होने के बाद से इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिए हितधारकों को प्रेरित करने के लिए परिवहन विभाग द्वारा इस विषय पर विचार-मंथन सत्र और जागरूकता आयोजित की जा रही है।
माल ढुलाई के लिए भी इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा
पिछले साल अगस्त और सितंबर महीने में इलेक्ट्रिक के तीन और चार पहिया वाहनों के सफल परीक्षण किया। इसके जरिए माल ढुलाई के लिए भी इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया है। परिवहन विभाग ने इस संबंध में विचार-विमर्श और मंथन के लिए 19 मार्च को लेह में हितधारकों के लिए आधे दिन की कार्यशाला भी आयोजित की।
कार्यशाला के दौरान अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण संस्थान ने परिवहन विभाग और हितधारकों के उच्च अधिकारियों के समक्ष केंद्र शासित प्रदेश में शून्य वाहन उत्सर्जन के परीक्षण, गुणों और आवश्यकता के बारे में विस्तृत प्रस्तुति दी। साथ ही वह आगामी गर्मी के मौसम के दौरान लद्दाख में दोपहिया और तिपहिया वाहनों की इलेक्ट्रिक वाहन रैली और इन्वेस्टर मीट आयोजित करने की योजना बना रही है।