प्रतिक्रिया | Thursday, May 02, 2024

10/04/24 | 6:06 pm

स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सिंगापुर में 5 जून से दो दिवसीय बैठक का आयोजन करेगा आईपीईएफ

इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रॉस्पेरिटी (आईपीईएफ) आगामी 5-6 जून को सिंगापुर में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए क्लीन इकोनाॅमी इनवेस्टर फोरम का आयोजन करने जा रहा है। इस फोरम के तहत क्लाइमेट तकनीकी उद्यमियों और विभिन्न कंपनियों को वैश्विक निवेशकों के सामने अपने उत्पादों को पेश करने का अवसर प्रदान किया जाएगा।

गौरतलब है कि इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रॉस्पेरिटी (आईपीईएफ) मई 2022 में लॉन्च किया गया था। इसमें 14 देश ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, फिजी, भारत, इंडोनेशिया, जापान, साउथ कोरिया, मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, अमेरिका और वियतनाम शामिल हैं।

फोरम में भाग लेने के लिए कंपनियों से मांगे आवेदन

सरकार ने बैठक में भाग लेने के लिए कंपनियों से आवेदन मांगे हैं। फोरम में भाग लेने के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 26 अप्रैल को रखी गई है। आवेदनों का मूल्यांकन क्षेत्रीय और उद्योग विशेषज्ञों द्वारा किया जाएगा। शीर्ष 100 कंपनियों की घोषणा मई 2024 की शुरुआत में की जाएगी और शॉर्टलिस्ट की गई कंपनियों को सिंगापुर में निवेशक मंच पर प्रस्तुति के लिए आमंत्रित किया जाएगा। इसके साथ ही अगले 18 महीनों के दौरान निजी निवेश के लिए जो परियोजनाएं तैयार हैं, या तैयार होने की उम्मीद है, उन्हें मंच पर प्रदर्शित करने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।

वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक यह फोरम स्वच्छ ऊर्जा के लिए इलेक्ट्रिक ग्रिड; सौर और तटवर्ती पवन सहित रिन्युएबल एनर्जी (नवीकरणीय ऊर्जा), टिकाऊ विमानन ईंधन; बैटरी भंडारण; हाइड्रोजन; हरित डेटा केंद्र),परिवहन में इलेक्ट्रिक वाहन, ईवी चार्जिंग पॉइंट अपशिष्ट प्रबंधन,अपशिष्ट से ऊर्जा के लिए मुख्य रूप से इन क्षेत्रों में अपना काम करता है।

आर्थिक विकास को बढ़ाने के लिए मंच प्रदान करता यह फोरम

यह फोरम इन देशों को लचीले, टिकाऊ और समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ाने में सहयोग के लिए एक मंच प्रदान करता है। इसका उद्देश्य आपस में सहयोग, स्थिरता और समृद्धि में योगदान करना है। आईपीईएफ में सहयोग के चार बिंदु शामिल हैं – जिनमें व्यापार, सप्लाई चेन (आपूर्ति श्रृंखला),स्वच्छ अर्थव्यवस्था और फेयर इकोनाॅमी (निष्पक्ष अर्थव्यवस्था) शामिल हैं।

टिकाऊ बुनियादी ढांचे का निर्माण इस मंच का लक्ष्य

वाणिज्य मंत्रालय के मुताबिक यह फोरम शीर्ष निवेशकों,परोपकारियों, बैंकों,इनोवेशन करने वालों और स्टार्टअप को एक साथ लाता है। इस मंच का लक्ष्य टिकाऊ बुनियादी ढांचे,जलवायु प्रौद्योगिकी और रिन्युएबल एनर्जी (नवीकरणीय ऊर्जा) परियोजनाओं में निवेश जुटाना है।

फोरम में भारतीय उद्योग के लिए दो पहलुओं-क्लाइमेट और बुनियादी ढांचे में अवसर होंगे। क्लाइमेट टेक ट्रैक के तहत, फोरम एक ओपन कॉल आयोजित कर रहा है जिसका उद्देश्य सदस्य देशों के बीच शीर्ष क्लाइमेट टेक कंपनियों और स्टार्टअप्स को पहचानना और उन्हें वैश्विक निवेशकों के सामने पेश करना है। इसी तरह, इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रैक के तहत, भारत 2024 फोरम में चयनित निवेश योग्य टिकाऊ बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का प्रदर्शन करेगा।

इंडो-पैसिफिक क्लाइमेट टेक 100 में शामिल करने के लिए कंपनियों का मूल्यांकन पांच प्रमुख मानदंडों पर किया जाएगा। उच्चतम रेटिंग वाली फर्मों को अंतिम 100 में शामिल किया जाएगा, यह सुनिश्चित करते हुए कि 14 आईपीईएफ सदस्य देशों में से प्रत्येक इसका प्रतिनिधित्व न्यूनतम तीन कंपनियों द्वारा किया जाता है।

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आखरी अपडेट: 2nd May 2024