इजराइल और हमास के बीच 15 महीने के लंबे युद्ध के बाद संघर्ष विराम पर सहमति बनी है। इस युद्ध में हजारों फिलिस्तीनियों की जान गई और पूरा मध्य पूर्व इससे प्रभावित हुआ। हालांकि संघर्ष विराम की औपचारिक घोषणा अभी बाकी है। इसमें छह सप्ताह का प्रारंभिक चरण शामिल है। इस दौरान इजराइली सेना गाजा से धीरे-धीरे पीछे हटेगी और हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को रिहा किया जाएगा। इसके बदले में इजराइल फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।
यह समझौता मिस्र और कतर के मध्यस्थों द्वारा अमेरिका के समर्थन से हुआ है। यह फैसला अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 20 जनवरी के शपथ ग्रहण से पहले हुआ है। हमास ने इस समझौते और बंधकों की वापसी के लिए मौखिक सहमति दी है और जल्द ही लिखित मंजूरी देने की उम्मीद है।
इजराइली विदेश मंत्री गिदोन सार इस समझौते पर चर्चा के लिए यूरोप से इजराइल लौट आए हैं। यह समझौता 7 अक्टूबर, 2023 को हुए हमास के हमले के बाद एक महत्वपूर्ण कदम है जिसमें 1,200 इजराइली मारे गए और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था।
इस युद्ध में 46,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए और हजारों लोग अस्थायी शिविरों में रहने को मजबूर हैं। संघर्ष विराम का उद्देश्य पूरे क्षेत्र में बढ़ते तनाव को कम करना भी है, क्योंकि यह संघर्ष लेबनान, इराक और यमन तक फैल गया था। यह समझौता इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के लिए राहत ला सकता है जिन्हें अक्टूबर हमले के दौरान सुरक्षा विफलता के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था। बंधकों की रिहाई से इजराइल में जनता का गुस्सा कम होने की उम्मीद है।- (राॅयटर्स)