भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज रविवार को एकबार फिर कामयाबी की कहानी लिखी। इसरो ने लगातार तीसरी बार रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल (आरएलवी) पुष्पक की लैंडिंग एक्सपेरिमेंट (एलईएक्स) में सफलता हासिल की।
कर्नाटक के चित्रदुर्ग में हुआ परीक्षण
जानकारी के मुताबिक, कर्नाटक के चित्रदुर्ग में रविवार सुबह 07:10 बजे लैंडिंग एक्सपेरिमेंट के तीसरे और फाइनल टेस्ट को अंजाम दिया गया। चित्रदुर्ग के एरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में पुष्पक को इंडियन एयरफोर्स के चिनूक हेलिकॉप्टर से 4.5 किमी की ऊंचाई तक ले जाया गया और रनवे पर ऑटोनॉमस लैंडिंग के लिए छोड़ा गया।
पुष्पक ने क्रॉस रेंज करेक्शन मनुवर को एग्जीक्यूट करते हुए होरिजोंटल लैंडिंग को सटीकता से अंजाम दिया। उल्लेखनीय है कि पहला लैंडिंग एक्सपेरिमेंट 2 अप्रैल 2023 और दूसरा 22 मार्च 2024 को किया गया था।