खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 1,09,022 योगा मैट और 63,700 योगा ड्रेस बेचते हुए रिकॉर्ड तोड़ करीब आठ करोड़ 67 लाख रुपये से अधिक की बिक्री हुई। इस उपलब्धि का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “ब्रांड पावर” को दिया जा रहा है, जिन्होंने योग और खादी जैसे भारत की विरासत को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
KVIC के अध्यक्ष मनोज कुमार ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि यह बिक्री भारत की विरासत को संरक्षित करने और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। बिना रसायनों और कम से कम पानी के उपयोग से बने खादी योग कपड़े और मैट न केवल स्वास्थ्य के अनुकूल हैं, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी हैं।
सरकार के वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत अभियान का असर
योग दिवस के चलते खादी योग उत्पादों की मांग बहुत अधिक रही,अकेले आयुष मंत्रालय ने 50,000 योग मैट और 50,000 योग ड्रेस का ऑर्डर दिया। प्रधानमंत्री मोदी समेत हजारों लोगों ने श्रीनगर में खादी के कपड़े पहनकर योग किया। मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान और राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जैसे अन्य संस्थानों ने भी खादी योग उत्पाद खरीदे। बिक्री में बढ़ोतरी से खादी कारीगरों को लाभ हुआ है, जिससे उन्हें अतिरिक्त वेतन और रोजगार के अवसर मिले हैं। खादी योग उत्पादों की सफलता सरकार की “वोकल फॉर लोकल” और “आत्मनिर्भर भारत अभियान” पहलों का प्रमाण है, जो भारत की विरासत और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देती है।
इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस ने खादी कारीगरों को आर्थिक लाभ पहुंचाया है और भारत की विरासत को संरक्षित करने और पर्यावरण के अनुकूल दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया है।