देश में खेल के प्रति समर्पित युवाओं की पहचान करने और और उनकी प्रतिभा को निखारने की लिए एक बार फिर खेलो इंडिया राइजिंग टैलेंट आइडेंटिफिकेशन (कीर्ति) की शुरुआत होने जा रही है। केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया शुक्रवार यानि आज नई दिल्ली में इस पहल के दूसरे चरण का उद्घाटन करेंगे। इससे पहले कीर्ति का पहला चरण इस साल 12 मार्च को चंडीगढ़ में शुरू किया गया था।
पहले चरण में महाराष्ट्र और हरियाणा के युवा सबसे ज्यादा शामिल
कीर्ति के पहले चरण में देशभर के 70 केंद्रों पर 3,62,683 रजिस्ट्रेशन हुए, जिनमें से 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में करीब 51,000 मूल्यांकन किए गए। महाराष्ट्र में 9168 और हरियाणा में 4820 सबसे अधिक मूल्यांकन हुए हैं, ये दोनों राज्य हमेशा खेलो इंडिया मीट में अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं। असम 4703 मूल्यांकन के साथ तीसरे स्थान पर है। महत्वाकांक्षी खिलाड़ियों का मूल्यांकन 11 विषयों- तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, मुक्केबाजी, फुटबॉल, हॉकी, कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, भारोत्तोलन और कुश्ती में हुआ है। सबसे अधिक मूल्यांकन एथलेटिक्स (13804) और फुटबॉल (13483) में हुए हैं।
सालभर में 20 लाख मूल्यांकन आयोजित करने का लक्ष्य
कीर्ति का लक्ष्य पूरे देश में सालभर में 20 लाख मूल्यांकन आयोजित करना है, ताकि अधिसूचित प्रतिभा मूल्यांकन केंद्रों के माध्यम से प्रतिभाओं की पहचान की जा सके। इस पैमाने पर प्रतिभाओं की पहचान और मूल्यांकन कार्यक्रम भारत में पहली बार हो रहा है। यह कार्यक्रम ऐसे समय में शुरू हुआ है, जब देश 2036 तक दुनिया के शीर्ष 10 खेल राष्ट्रों में और 2047 तक शीर्ष पांच खेल राष्ट्रों में शामिल होना चाहता है।
कीर्ति का यह एथलीट-केंद्रित कार्यक्रम सूचना प्रौद्योगिकी पर आधारित अपनी पारदर्शी चयन पद्धति के कारण विशिष्ट है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित डेटा एनालिटिक्स का उपयोग किसी महत्वाकांक्षी खिलाड़ी की खेल संबंधी सूझबूझ का अनुमान लगाने के लिए किया जा रहा है।
क्या है कीर्ति कार्यक्रम
कीर्ति (खेलो इंडिया राइजिंग टैलेंट आइडेंटिफिकेशन) आधुनिक आईसीटी उपकरणों और दुनिया की सर्वोत्तम प्रथाओं पर आधारित एक एकीकृत प्रतिभा पहचान वास्तुकला विकसित करने के लिए की गई है। इसका उद्देश्य एक ही मंच पर जमीनी स्तर पर प्रतिभा पहचान की पूरी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना है।
इस कार्यक्रम से जुड़ने के लिए 9 से 18 वर्ष के युवाओं को माई भारत प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन करना होगा और बताना होगा कि उनकी किस खेल में प्रतिभा है, इसके बाद मोबाइल नंबर और जिले का नाम बताना होगा, इसके बाद टैलेंट एसेसमेंट सेंटर के जरिये हमारे कीर्ति के अधिकारी संपर्क करेंगे। टैलेंट एसेसमेंट सेंटर भविष्य में देश के हर जिले में बनाने का लक्ष्य हैं।