लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए एक जून को सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 57 संसदीय सीटों पर मतदान होगा। इस चरण में कुल 904 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
57 संसदीय क्षेत्रों के लिए कुल 2105 नामांकन पत्र किए गए थे दाखिल
इस संबंध में चुनाव आयोग ने बुधवार को बताया कि लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में होने वाले मतदान के लिए सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के 57 संसदीय क्षेत्रों के लिए कुल 2105 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे।
अब कुल 904 उम्मीदवार ही मैदान में
ज्ञात हो, लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण की अधिसूचना मंगलवार 7 मई को जारी की गई थी। वहीं इस चरण के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 14 मई थी।
दाखिल किए गए सभी नामांकनों की जांच के बाद 954 नामांकन वैध पाए गए। इनमें से 50 उम्मीदवारों ने चुनाव से अपना नाम वापस ले लिया। ऐसे में अब कुल 904 उम्मीदवार ही मैदान में बचे हैं।
इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सीटों पर सातवें चरण का चुनाव
आयोग के अनुसार नाम वापसी के बाद अब बिहार की 8 सीटों पर 134, चंडीगढ़ की एक सीट पर 19, हिमाचल प्रदेश की 4 सीटों पर 37, झारखंड की 3 सीटों पर 52, ओडिशा की 6 सीटों पर 66, पंजाब की 13 सीटों पर 328 उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर 144 और पश्चिम बंगाल की 9 सीटों पर 124 उम्मीदवार अंतिम रूप से चुनाव मैदान में हैं।
आयोग के अनुसार इस चरण में पंजाब में 13 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों से अधिकतम 598 नामांकन फॉर्म थे। इसके बाद उत्तर प्रदेश में 13 संसदीय क्षेत्रों से 495 नामांकन थे। 36-बिहार के जहानाबाद संसदीय क्षेत्र से सर्वाधिक 73 नामांकन पत्र प्राप्त हुए। इसके बाद पंजाब के 7-लुधियाना संसदीय क्षेत्र से 70 नामांकन पत्र प्राप्त हुए। इस चरण के लिए एक संसदीय क्षेत्र में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की औसत संख्या 16 है।
1 जून को होगा मतदान
लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए मतदान 1 जून को होगा। निर्वाचन आयोग द्वारा उम्मीदवारों को इस महीने की 14 तारीख तक नामांकन पत्र दाखिल करने का समय दिया गया था जबकि 17 मई तक उम्मीदवारों को नामांकन पत्र वापस लेने का समय दिया गया था। (इनपुट-हिंदुस्थान समाचार)