केंद्रीय चुनाव आयोग के ‘महिला नियंत्रित मतदान केंद्र’ स्थापित करने के आदेश के अनुसार महाराष्ट्र में 440 मतदान केंद्रों का नियंत्रण महिलाओं के हवाले कर दिया गया है। यह जानकारी राज्य चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने दी है।
महिला नियंत्रित मतदान केंद्रों पर अधिकारी, कर्मचारी महिलाएं होंगी
बता दें कि लैंगिक समानता और मतदान प्रक्रिया में महिलाओं की अधिक रचनात्मक भागीदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के तहत, आगामी लोकसभा चुनावों के लिए महिलाओं द्वारा संचालित मतदान केंद्र होंगे। इन मतदान केंद्रों पर तैनात पुलिस से लेकर चुनाव ड्यूटी पर तैनात अधिकारी और कर्मचारी तक सभी महिलाएं होंगी। चुनाव आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि सभी महिला-नियंत्रित मतदान केंद्रों पर किसी विशेष रंग का उपयोग नहीं किया जाएगा और मतदान केंद्रों पर किसी विशेष राजनीतिक दल के रंग का अनावश्यक उपयोग नहीं किया जाएगा।
मतदान में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने में होगी मदद
दरअसल ‘महिला नियंत्रित मतदान केंद्र’ स्थापित करने के निर्णय से मतदान में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी। महिला नियंत्रित मतदान केंद्रों पर अधिकारी, कर्मचारी महिलाएं होंगी। महिला मतदान केंद्र का चयन करते समय केंद्र की सुरक्षा को ध्यान में रखा जाएगा। संवेदनशील केन्द्रों से परहेज करते हुए इस विशेष प्रयोग के लिए तहसील कार्यालय, पुलिस थाने के निकट के केन्द्रों तथा ऐसे मतदान केन्द्रों का चयन किया जाएगा जहां चुनाव अधिकारी लगातार संपर्क में रहेंगे।
इन मतदान केंद्रों पर होंगे सिर्फ महिला अधिकारी और कर्मचारी
चुनाव आयोग के अनुसार अहमदनगर में 12, अकोला में 6, अमरावती में 8, औरंगाबाद में 20, बीड में 6, भंडारा में 7, बुलढाणा में 14, चंद्रपुर में 6, धुले में 5, गोदिंया में 4, हिंगोली में 6, जालना में 5, कोल्हापुर में 10, लातूर में 6, मुंबई शहर में में 10, नागपुर में 12, नांदेड़ में 20, नंदुरबार में 4, उस्मानाबाद में 16, पालघर में 6, परभणी में 4, पुणे में 21, रायगढ़ में 7, सांगली में 8, सतारा में 16, सोलापुर में 22, वर्धा में 8 और यवतमाल में 7 मतदान केंद्रों पर सिर्फ महिला अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए जाएंगे।