देश में लोकसभा चुनाव अप्रैल और मई तक होना है। लोकसभा चुनाव के लिए मतदान कुल सात फेज में होगा। ऐसे में चुनाव आयोग ने राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को पत्र लिखकर आगामी लोकसभा चुनावों के दौरान गर्मी और हीट वेव से बचाव के समुचित उपाय करने के निर्देश दिए हैं।
हीटवेव से बचने से जुड़े उपायों करने का निर्देश
चुनाव आयोग के पत्र में क्या करना और क्या नहीं करना है, इससे संबंधित परामर्श है। आयोग का कहना है कि मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि इस बार सामान्य से अधिक तापमान रहेगा। इससे मार्च और जून के दौरान हीट वेव की स्थित रहेगी। इस संबंध में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी हीटवेव के प्रभाव को कमतर करने के क्या और क्या नहीं करने संबंधित जानकारी सलंग्न है। पत्र में मतदान से जुड़ी पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा गया है। पोलिंग बूथ में हीटवेव से बचने से जुड़े उपायों और पानी की पर्याप्त व्यवस्था करने को भी कहा गया है। साथ ही कहा गया है कि हीटवेव की स्थिति में स्वास्थ्य उपाय भी उपलब्ध हों।
तापमान सामान्य से अधिक रहने के आनुमान
बता दें कि मौसम विभाग ने देश के अधिकांश हिस्सों खासतौर पर राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, में हीटवेव वाले दिनों की संख्या में बढ़त की बात कही है। वहीं एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग जलवायु केन्द्र के पूर्वानुमान के अनुसार जुलाई से सितंबर तक जब मानसून चरम पर होगा, तब भारत में औसत से अधिक वर्षा होने की संभावना है। इसमें अप्रैल से जून और जुलाई से सितंबर के लिए दो अलग-अलग आकलन किये गये हैं। वहीं ENSO की ओर से जारी चेतावनी में अल नीनो से ला नीना की स्थितियों में सुचारू रूप से बदलाव की बात कही गई है। माना गया है कि मानसून की स्थिति में बदलाव इसी पूर्वानुमान पर आधारित है।