देश में लोकसभा चुनाव को लेकर जहां चुनावी सरगर्मी तेज है वहीं चुनाव आयोग भी शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की छह लोकसभा क्षेत्रों को ”आर्थिक रूप से संवेदनशील” घोषित किया है। आयोग ने केंद्र और राज्यों की 22 जांच एजेंसियों को उन इलाकों पर निगरानी रखने को कहा है। आयोग की ”वित्तीय रूप से संवेदनशील” केंद्रों की सूची में दार्जिलिंग, मालदा उत्तर और दक्षिण, आसनसोल, बनगांव और कोलकाता उत्तर शामिल हैं। ऐसे केंद्रों पर अतिरिक्त ध्यान देने की बात कही गयी है।
केंद्रीय एजेंसियों की अलग-अलग इलाकों में गश्त
वहीं 22 जांच एजेंसियों के लिए 22 पर्यवेक्षक नियुक्त हैं। यह एजेंसी पर्यवेक्षकों को रिपोर्ट करती है जहां से आयोग पर्यवेक्षकों से प्रतिदिन रिपोर्ट लेता है। मतदान दिवस की घोषणा के बाद से ही विभिन्न सड़कों पर जांच चल रही है। पुलिस की ओर से केंद्रीय एजेंसियां भी अलग-अलग इलाकों में गश्त करती हैं। चुनाव आयोग की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि इन सभी लोकसभा क्षेत्रों में विशेष तौर पर सतर्कता बरती जा रही है ताकि चुनाव में धन बल के इस्तेमाल को रोका जा सके।
सात चरण में होंगे चुनाव
बता दें कि हाल ही में चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल नए डीजीपी की नियुक्त किया है। पश्चिम बंगाल के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पद पर संजय मुखर्जी की नियुक्ति की। आयोग ने सोमवार को ही पश्चिम बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार को हटा दिया था। पश्चिम बंगाल में सभी 7 चरणों में चुनाव होंगे। पहला 19 अप्रैल को, दूसरा चरण 26 अप्रैल, तीसरा चरण 7 मई, चौथा चरण 13 मई, पांचवां चरण 20 मई, छठा चरण 25 मई और सातवां चरण 1 जून को होगा।