प्रतिक्रिया | Monday, April 21, 2025

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18/03/25 | 12:04 pm

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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दिल्ली विधानसभा के सदस्यों के लिए दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम का किया उद्घाटन

इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मुख्य भाषण दिया तथा दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष  विजेन्द्र गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया। प्रबोधन कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में दिल्ली सरकार के मंत्री तथा दिल्ली विधानसभा के सदस्य शामिल हुए।

लोकसभा अध्‍यक्ष ने दिल्ली विधानसभा को आदर्श विधानसभा बनाने का किया आग्रह

दिल्ली विधानसभा ने नए भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली में बदलाव देखा है। लोकसभा अध्यक्ष ने दिल्ली के विधायकों से दिल्ली विधानसभा को आदर्श विधानसभा बनाने का आग्रह किया। सदन में गतिरोध नहीं होना चाहिए, असहमति को सार्थक संवाद के साथ गरिमापूर्ण तरीके से व्यक्त किया जाना चाहिए।

दिल्ली की जनप्रतिनिधियों के कार्यों पर पूरे देश की नजर: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला

दिल्ली की जनप्रतिनिधियों की जवाबदेही समस्त दिल्लीवासियों के प्रति है, लेकिन उनके कार्यों पर पूरे देश की नजर रहेगी। बेहतर जनप्रतिनिधि बनने के लिए जनप्रतिनिधि के पास संविधान के प्रावधानों का सभा के नियमों और प्रक्रियाओं का व्यापक ज्ञान होना चाहिए। वे सदन की चर्चाओं में अधिक से अधिक हिस्सा लें। जनप्रतिनिधि की बड़ी जिम्मेदारियों के निर्वहन के लिए उनकी कार्य क्षमता और दक्षता बढ़नी चाहिए।  

संसदीय लोकतंत्र में प्रतिपक्ष की भूमिका सकारात्मक एवं रचनात्मक होनी चाहिए

सदन में प्रश्नकाल और सदन के अन्य सभी विधायी उपकरणों का बड़ा महत्व है। सदस्य उनका लाभ तभी उठा पाएंगे जब उनको सदन की नियम प्रक्रिया की पूरी जानकारी होगी। समितियां मिनी असेंबली के रूप में काम करती हैं। सदस्य इनकी बैठकों में सक्रिय रूप से हिस्सा लें। संसदीय लोकतंत्र में प्रतिपक्ष की भूमिका सकारात्मक एवं रचनात्मक होनी चाहिए। लोकतंत्र की नींव संवाद और सहमति पर आधारित है। एक श्रेष्ठ जनप्रतिनिधि बनने में संवाद, संपर्क, सह-अनुभूति और समाधान आपके मूल मंत्र हैं।

एक श्रेष्ठ श्रोता ही श्रेष्ठ वक्ता बन सकता है

विधायकों को संबोधित करते हुए ओम बिरला ने कहा कि हर एक जनप्रतिनिधि को चुनकर जनता ने महती उत्तरदायित्व और जिम्मेदारी दी है। एक श्रेष्ठ श्रोता ही श्रेष्ठ वक्ता बन सकता है। अतः विधायक गण सदन में देर तक बैठें, अन्य वक्ताओं को सुनें। दिल्ली देश की राजधानी है, यहां की हर समस्या का हल जनप्रतिनिधियों का लक्ष्य होना चाहिए। विचार – विमर्श और संवाद के साथ तकनीक के प्रयोग एवं विधायकों की कार्य कुशलता बढ़ाने के लिए दिल्ली विधानसभा एक मॉडल बनें। विधायकगण विधायी नियमों और प्रक्रियाओं की दक्षता हासिल करें।

 

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आखरी अपडेट: 21st Apr 2025