इंदौर से शंकर लालवानी ने 11 लाख 75 हजार 92 वोटों से जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार संजय को पराजित किया। शंकर लालवानी को कुल 12 लाख 26 हजार 751 मत मिले। उनके बाद दूसरे नंबर पर नोटा रहा। इस संख्या ने भी भारत के चुनावी इतिहास में रिकार्ड बनाया। कुल 2 लाख 18 हजार 674 वोट नोटा में पड़े। बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार संजय सोलंकी को 51659 मत प्राप्त हुए।
इससे पहले तक गुजरात के नवसारी से सी आर पाटिल देश में सबसे बड़े अंतर से जीते थे। 2019 लोकसभा चुनावों में उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वदी को 6,89,668 मतों से हराया था। इस बार भी वे अब तक की गणना में 7 लाख 65 हजार मतों से आगे चल रहे हैं वहीं गृहमंत्री अमित शाह भी 7 लाख 44 हजार 716 हजार से मतों के अंतर से जीत दर्ज की है।
विदिशा से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जीते
लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की 29 सीटों के लिए 52 जिला मुख्यालयों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना चल रही है। जबकि विदिशा से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के उम्मीदवार भानुप्रताप शर्मा को 8 लाख से ज्यादा वोट प्राप्त कर पराजित कर दिया है। इसी तरह रुझानों में भोपाल, गुना, टीकमगढ़, दमोह, मंदसौर और खजुराहो समेत 29 सीटों पर भाजपा सभी बढ़त बनाए हुए है।
आपको बता दें कि शिवराज सिंह चौहान इस सीट से 5 बार सांसद पहले भी रह चुके हैं। यह सीट भाजपा के लिए सबसे सुरक्षित मानी जाती है। विदिशा संसदीय क्षेत्र की खासियत है कि यहां से जिसे भी भाजपा का उम्मीदवार बनाया जाता है वह आसानी से जीत जाता है। देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज कभी यहां से सांसद रही थीं। 1991 में भाजपा नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी यहां से चुनाव लड़े और जीते थे।