प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। उत्तर प्रदेश सरकार के मुताबिक आज बुधवार दोपहर 12 बजे तक 42 लाख 40 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया। यह दिन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि मौनी अमावस्या के अवसर पर यह दूसरा अमृत स्नान है।
हालांकि, सुबह के समय भारी भीड़ के कारण भगदड़ जैसी स्थिति बन गई जिससे कई लोग घायल हो गए। सुरक्षा कारणों से संतों की शाही स्नान शोभायात्रा को कुछ समय के लिए रोक दिया गया। इसके बावजूद संत और श्रद्धालु छोटे-छोटे समूहों में संगम स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। पंचायती निरंजनी अखाड़े के साधु चिदानंद पुरी ने कहा, “अचानक हुई इस घटना की वजह से हमारे अखाड़े की शोभायात्रा नहीं निकल सकी। अब हम छोटे-छोटे समूहों में संगम स्नान कर रहे हैं।”
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने सोशल माडिया प्लेटफाॅर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “महाकुंभ में हुई इस दुखद घटना से मैं बहुत दुखी हूं। जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों को उचित इलाज मिल रहा है और मैं लगातार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रशासन से संपर्क में हूं।”
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “प्रयागराज महाकुंभ में हुई दुर्घटना बहुत दुखद है। जिन श्रद्धालुओं ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना। मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है और प्रशासन पीड़ितों की हर संभव मदद में लगा हुआ है।”
महाकुंभ में आगे भी महत्वपूर्ण स्नान तिथियां रहेंगी जिनमें 3 फरवरी (बसंत पंचमी), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) शामिल हैं। प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की है ताकि आगे कोई दुर्घटना न हो और महाकुंभ का आयोजन सुचारू रूप से चलता रहे।- (ANI)