प्रतिक्रिया | Sunday, February 23, 2025

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मार्केट आउटलुक: पीएमआई, व्यापार घाटा सहित वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से तय होगा शेयर बाजार का रुझान 

भारतीय शेयर बाजार के लिए आने वाला हफ्ता काफी महत्वपूर्ण होगा। इस दौरान परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई), व्यापार घाटा, आरबीआई की आखिरी मौद्रिक नीति के मिनट्स और कई आर्थिक आंकड़े आएंगे, जिसका असर बाजार पर देखने को मिल सकता है।  

डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी के कारण निवेशक सतर्क

भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार के कारोबारी सत्र में लगातार आंठवें दिन गिरावट देखने को मिली। बीते दो वर्ष में यह पहला मौका था, जब बाजार में इतनी बड़ी गिरावट हुई। निफ्टी 50 इंडेक्स 102.15 अंक या 0.44 प्रतिशत गिरकर 22,929.25 और सेंसेक्स 199.76 अंक या 0.26 प्रतिशत गिरकर 75,939.21 पर बंद हुआ।

कारोबारी सत्र में निफ्टी में 2.8 प्रतिशत की गिरावट

10 फरवरी से लेकर 14 फरवरी तक के कारोबारी सत्र में निफ्टी में 2.8 प्रतिशत की गिरावट हुई है और गिरावट के लिहाज से यह इस साल का सबसे खराब हफ्ता था। निफ्टी रियल्टी इंडेक्स ने इस गिरावट का नेतृत्व किया और यह हफ्ते में 9 प्रतिशत से अधिक फिसल गया। वहीं, निफ्टी ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 6 प्रतिशत की गिरावट हुई।

कोरोना के बाद इंडेक्स में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट

इसके अलावा निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स में कोरोना के बाद अब तक की सबसे बड़ी गिरावट हुई है। वहीं, निफ़्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स हफ्ते के दौरान 9.5 प्रतिशत फिसल गया, जो कि कोविड-19 के बाद अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। इस दौरान बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स 2.59 प्रतिशत और 3.24 प्रतिशत गिरकर बंद हुए।

घरेलू के अलावा वैश्विक आंकड़ों से भी बाजार की चाल प्रभावित

घरेलू के अलावा वैश्विक आंकड़ों से भी बाजार की चाल प्रभावित होती। अगले हफ्ते अमेरिकी फेड मिनट्स, यूएस जॉबलेस क्लेम डेटा, मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस पीएमआई पर निवेशकों की नजरें होंगी। असित सी. मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स लिमिटेड के तकनीकी और डेरिवेटिव्स रिचर्स के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट, ऋषिकेश ये दवे के अनुसार, बेंचमार्क निफ्टी 50 ने दैनिक और साप्ताहिक दोनों चार्टों पर लाल कैंडल बनाई है, जो कि कमजोरी की ओर इशारा करता है।

विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली

ये दवे ने आगे कहा, “21-दिन का मूविंग एवरेज 23,260 के करीब है। इसके कारण निफ्टी के लिए 23,260 से लेकर 23,300 एक रुकावट का जोन होगा। अगर यह 23,300 निकालता है तो तेजी देखने को मिल सकती है।” बीते हफ्ते विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की ओर से 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली की गई है, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 18,745 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं।

बैंक निफ्टी इस हफ्ते 2.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद

मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के डायरेक्टर, पुनीत सिंघानिया ने कहा कि बैंक निफ्टी इस हफ्ते 2.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ है। इसके लिए 49,650 एक बड़ा रुकावट का स्तर है। अगर यह टूटता है तो 50,200 के स्तर भी देखने को मिल सकते हैं। गिरावट की स्थिति में 48,700 एक अहम सपोर्ट है। अगर यह स्तर टूटता है तो बैंक निफ्टी 48,000 छू सकता है।(इनपुट-आईएएनएस)

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आखरी अपडेट: 23rd Feb 2025