प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी (PMAY-U) के तहत अब तक 90.60 लाख मकान झुग्गीवासियों को दिए जा चुके हैं। यह जानकारी केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री तोखन साहू ने संसद में दी। उन्होंने बताया कि देशभर में 6.54 करोड़ लोग 2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक झुग्गियों में रहते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 118.64 लाख मकानों को मंजूरी दी गई है, जिनमें से 112.46 लाख मकानों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। अब तक 90.60 लाख मकानों का निर्माण पूरा हो चुका है और लाभार्थियों को सौंप दिए गए हैं। सरकार ने योजना की अवधि 31 दिसंबर 2025 तक बढ़ा दी है, ताकि पहले से स्वीकृत मकानों का निर्माण पूरा किया जा सके। हालांकि, फंडिंग पैटर्न और कार्यान्वयन प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
PMAY-U के तहत मकान चार तरीकों से बनाए जाते हैं-लाभार्थी आधारित व्यक्तिगत मकान निर्माण (BLC), सस्ती आवासीय साझेदारी (AHP), झुग्गी पुनर्विकास (ISSR) और क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी योजना (CLSS)। हर राज्य में निर्माण का समय अलग होता है, हालांकि आमतौर पर 12 से 36 महीने लगते हैं।
गौरतलब है कि सरकार ने 1 सितंबर 2024 से PMAY-U 2.0 ‘सभी के लिए आवास’ मिशन शुरू किया है, जिसके तहत 1 करोड़ अतिरिक्त लाभार्थियों को मकान देने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक 30 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने इस योजना के लिए समझौता किया है, और 6.77 लाख नए मकानों को मंजूरी दी गई है। सरकार का उद्देश्य सभी जरूरतमंद परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराना और झुग्गीवासियों के जीवन स्तर में सुधार लाना है।