प्रतिक्रिया | Sunday, December 22, 2024

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मॉर्गन स्टेनली ने 2024 में 6.8 प्रतिशत वृद्धि दर का लगाया अनुमान, कहा- मुद्रास्फीति की गति नियंत्रित करने में रहा कामयाब

 

मॉर्गन स्टेनली ने एक बार फिर भारत के ग्रोथ दर को लेकर अच्छी खबर दी है। मॉर्गन स्टेनली ने संकेत दिया कि भारत में वृद्धि, जो पहले से ही मजबूत और बढ़ रही है, उपभोक्ता और व्यावसायिक खर्च दोनों पक्षों में और अधिक व्यापक हो सकती है।
वैश्विक निवेश बैंक ने अपनी नई रिपोर्ट ‘2024 ग्लोबल इकोनॉमिक मिडईयर आउटलुक’ में भारत की मजबूत वृद्धि का श्रेय तीन मेगाट्रेंड्स – ग्लोबल ऑफशोरिंग, डिजिटलीकरण और एनर्जी ट्रांजिशन को दिया है। मॉर्गन स्टेनली ने 2024 में 6.8 प्रतिशत वृद्धि (आरबीआई के 7 प्रतिशत के मुकाबले) और अगले वर्ष 6.5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है और मुद्रास्फीति नीति निर्माताओं के कंफर्ट क्षेत्र के भीतर रहेगी।

भारत ने अपनी मुद्रास्फीति की गति नियंत्रित
अप्रैल 2024 में खुदरा मुद्रास्फीति 4.83 प्रतिशत रही, जो पिछले 11 महीनों में सबसे कम है। हालांकि, भारत में खुदरा मुद्रास्फीति आरबीआई के 2-6 प्रतिशत के आरामदायक स्तर पर है, लेकिन आदर्श 4 प्रतिशत परिदृश्य से ऊपर है। मुद्रास्फीति कई देशों के लिए चिंता का विषय रही है, जिसमें उन्नत अर्थव्यवस्थाएं भी शामिल हैं, लेकिन भारत ने अपनी मुद्रास्फीति की गति को काफी हद तक नियंत्रित करने में कामयाबी हासिल की है।

देश सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना
मॉर्गन स्टेनली ने कहा, “हम जिस मजबूत वैश्विक विकास की भविष्यवाणी कर रहे हैं, उससे भारत को लाभ होगा, जिससे निर्यात से आय बढ़ेगी और घरेलू पूंजीगत व्यय को समर्थन मिलेगा।” रिपोर्ट में निवेश बैंक ने उल्लेख किया कि पूंजीगत व्यय (जो पिछले दशक में कई गुना बढ़ गया है) में अपेक्षा से अधिक तेजी से सुधार की संभावना है, जो मजबूत कारोबारी माहौल और नीतिगत सुधारों से प्रेरित है।
वित्त वर्ष 2023-24 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान भारत की जीडीपी में 8.4 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई और देश सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहा। भारत की अर्थव्यवस्था 2022-23 में क्रमशः 7.2 प्रतिशत और 2021-22 में 8.7 प्रतिशत बढ़ी। वहीं इस सप्ताह के अंत में चौथी तिमाही के आंकड़े आने की उम्मीद है।

भारत की जीडीपी लगभग 3.7 ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान
भारत की अर्थव्यवस्था 2022-23 में क्रमशः 7.2 प्रतिशत और 2021-22 में 8.7 प्रतिशत बढ़ी। भारत की जीडीपी का आकार वर्तमान में अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद 5वें स्थान पर है। इसने 2022 में यूके को पीछे छोड़ दिया। सिर्फ एक दशक पहले भारतीय जीडीपी दुनिया में 11वीं सबसे बड़ी थी। वर्तमान में भारत की जीडीपी लगभग 3.7 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है।

2025 तक दुनिया की चौथी ड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा भारत
भारत के G20 शेरपा और नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत ने विभिन्न व्यापक आर्थिक मापदंडों का हवाला देते हुए अनुमान लगाया कि देश 2025 तक जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। बुधवार को एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत के लिए अपने रेटिंग परिदृश्य को स्थिर से संशोधित कर सकारात्मक कर दिया और कहा कि उसे उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बावजूद आर्थिक सुधारों और राजकोषीय नीतियों में निरंतरता बनी रहेगी। वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने एक बयान में कहा, “भारत के लिए हमारा सकारात्मक दृष्टिकोण इसकी मजबूत आर्थिक वृद्धि, सरकारी खर्च की गुणवत्ता में स्पष्ट सुधार और राजकोषीय समेकन के लिए राजनीतिक प्रतिबद्धता पर आधारित है। हमारा मानना ​​है कि ये कारक क्रेडिट मैट्रिक्स को लाभ पहुंचाने के लिए एक साथ मिल रहे हैं।”

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आखरी अपडेट: 22nd Dec 2024