प्रतिक्रिया | Thursday, March 13, 2025

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11/03/25 | 10:43 am

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एमपी के सीएम मोहन यादव ने शिवपुरी में ‘माधव टाइगर रिजर्व’ का किया उद्घाटन

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शिवपुरी में सोमवार को 9वें टाइगर रिजर्व के रूप में ‘माधव नेशनल पार्क’ का लोकार्पण किया। शुभारंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री एक बाघ और एक बाघिन को भी टाइगर रिजर्व में छोड़ा। सीएम डॉ. मोहन यादव द्वारा 2 और बाघों को छोड़ने के बाद कुल बाघों की संख्या 7 हो गई हैं।

माधव नेशनल पार्क को नया टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बाघ अभयारण्य के आधिकारिक लोगो का अनावरण किया और इसकी चारदीवारी का उद्घाटन किया। सीएम यादव और केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस नए टाइगर रिजर्व में पन्ना से लाई गई मादा बाघ को छोड़कर इसका औपचारिक शुभारंभ किया। यह राज्य का नौवां और देश का 58वां राष्ट्रीय बाघ अभयारण्य है।

मध्य प्रदेश वन संसाधनों से समृद्ध है और यहां बड़ी संख्या में वन्यजीव प्रजातियां पाई जाती हैं। कूनो में चीते, चंबल नदी में घड़ियाल और अब माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघों के साथ यह क्षेत्र एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण बनने के लिए तैयार है। चंबल एक दुर्लभ स्थान है, जहां वन्यजीव और मानव सौहार्दपूर्ण ढंग से सह-अस्तित्व में रहते हैं।

सीएम मोहन यादव ने कहा कि शिवपुरी में नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व के रूप में मान्यता दी है। वहां पर हमने माधा टाइगर भी छोड़ी है। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि चंबल का बेल्ट माधव राव सिंधिया जी के समय से विकास के पद पर चल रहा है। ऐसे में एक नया कृर्तिमान भी जुड़ा है और उम्मीद करेंगे कि आने वाले समय में चंबल में और नई सौगातें मिले, मैंने आज माधव राव सिंधिया जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया है। मध्य प्रदेश वन संसाधनों से समृद्ध है और यहां बड़ी संख्या में वन्यजीव प्रजातियां पाई जाती हैं।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आगे कहा, चंबल क्षेत्र के लिए यह ऐतिहासिक दिन है क्योंकि माधव टाइगर रिजर्व में बाघों की वापसी हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में संरक्षण प्रयासों के कारण राज्य को 9वां राष्ट्रीय बाघ रिजर्व प्राप्त हुआ है।

उन्होंने कहा, “राज्य सरकार की पहल से इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के अवसर पैदा होंगे और ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में नई विकास परियोजनाओं का मार्ग प्रशस्त होगा।”

मुख्यमंत्री यादव ने यह भी बताया कि मध्य प्रदेश में भारत और दुनिया में सबसे अधिक बाघ हैं, जिसके कारण इसे “टाइगर स्टेट” का खिताब मिला है। यह क्षेत्र, जो पहले से ही भालू, तेंदुए, हिरण, चिंकारा, भेड़िये, सियार, साही, अजगर और गिद्धों का निवास स्थान है, अब बाघ पुनर्वास के लिए भी पहचाना जाएगा।

वन्यजीव संरक्षण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए मुख्यमंत्री यादव ने कहा, “नए बाघ अभयारण्य को विकसित करते समय अन्य प्रजातियों के सह-अस्तित्व को बनाए रखने के लिए विशेष ध्यान रखा जाएगा। यह कोई चिड़ियाघर नहीं है, बल्कि एक खुला आवास है, जो वन्यजीवों और आम जनता दोनों के लिए सुलभ है।”

वहीं, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर-चंबल क्षेत्र को ऐतिहासिक माधव टाइगर रिजर्व की सौगात देने के लिए सीएम यादव का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पन्ना टाइगर रिजर्व के बाद यह मध्य प्रदेश का तीसरा राष्ट्रीय उद्यान है जिसे पुनर्जीवित किया जा रहा है। इस विकास से वन्यजीवों की संभावनाओं को काफी बढ़ावा मिला है। (इनपुट-एएनआई)

 

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आखरी अपडेट: 13th Mar 2025