मुंबई में आयोजित ग्लोबल मीडिया और एंटरटेनमेंट समिट WAVES 2025 में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने आज गुरुवार को एक प्रेरणादायक भाषण दिया। उन्होंने भारत को भविष्य का वैश्विक मनोरंजन केंद्र बताते हुए कहा कि भारत अब केवल “सॉफ्ट पावर” नहीं बल्कि असली सांस्कृतिक शक्ति बन गया है। उनके भाषण का शीर्षक था “भारत से अगली वैश्विक मनोरंजन क्रांति का निर्माण”, जिसमें उन्होंने भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, युवा जनसंख्या और तकनीकी प्रगति को आधार बनाकर दुनिया में मनोरंजन के नए युग का नेतृत्व करने का विजन साझा किया।
अंबानी ने कहा कि भारत सिर्फ एक देश नहीं, बल्कि कहानियों की एक जीवित सभ्यता है जहां कथाएं जीवन का हिस्सा हैं। उन्होंने मार्क ट्वेन के प्रसिद्ध उद्धरण का उल्लेख किया, जिसमें भारत को “मानव जाति की पालना और परंपराओं की परदादी” कहा गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि “Content is king”और अच्छी कहानियों की हमेशा मांग रहती है।” उन्होंने बताया कि भारत की गहरी सांस्कृतिक जड़ें और कहानी कहने की परंपरा उसे वैश्विक मनोरंजन की दुनिया में अग्रणी बना सकती है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि WAVES 2025 जैसे आयोजन भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण के प्रतीक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया और मनोरंजन भारत की केवल “सॉफ्ट पावर” नहीं बल्कि इसकी “असली ताकत” बन चुकी है, जो पूरी दुनिया में भारत की पहचान को फिर से परिभाषित कर रही है।
संबोधन के दौरान मुकेश अंबानी ने दो बड़े वैश्विक बदलावों की चर्चा की-ग्लोबल साउथ का उदय और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी तकनीकों का विकास। उन्होंने बताया कि दुनिया की 85% आबादी अब ग्लोबल साउथ में रहती है और यह क्षेत्र अब केवल कंटेंट का उपभोक्ता नहीं, बल्कि निर्माता भी बन चुका है। उन्होंने AI की भूमिका को क्रांतिकारी बताया और कहा कि “AI जो आज मनोरंजन के लिए कर रहा है, वह उस परिवर्तन से लाख गुना बड़ा है जो एक सदी पहले साइलेंट कैमरे के आने से हुआ था।” उन्होंने कहा कि AI अब कल्पना और क्रियान्वयन के बीच की सीमाएं मिटा रहा है।
अंबानी ने भारत की नेतृत्व क्षमता को तीन स्तंभों पर आधारित बताया-पहला, शक्तिशाली और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध कंटेंट; दूसरा, महत्वाकांक्षी और युवा जनसंख्या; और तीसरा, भारत की डिजिटल तकनीक में बढ़त। उन्होंने कहा, “भारत की डिजिटल क्रांति केवल स्केल की कहानी नहीं है, बल्कि यह महत्वाकांक्षा और बदलाव की कहानी है।” उन्होंने मौजूदा वैश्विक अस्थिरता और ध्रुवीकरण के बीच मनोरंजन को आशा, जुड़ाव और प्रेरणा का माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के इस मनोरंजन की भूख का उत्तर देगा और WAVES 2025 एक उभरते हुए भारत से विश्व के लिए आशा का संदेश बनेगा।