ओडिशा में आज (बुधवार) ‘ब्लू फ्लैग बीच’ पुरी में नौसेना दिवस समारोह आयोजित किया जा रहा है। यहां भारतीय नौसेना एक ऑपरेशनल प्रदर्शन (ऑपरेशन डेमो) के माध्यम से अपनी परिचालन शक्ति और कौशल प्रदर्शित करेगी। इस दौरान यहां नौसेना के आधुनिकतम हथियार, सेंसर एवं अन्य उपकरण प्रदर्शित किए जाएंगे। भारत की राष्ट्रपति और सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर द्रौपदी मुर्मु इस समारोह की मुख्य अतिथि होंगी।
नौसेना दिवस समारोह में भारतीय नौसेना द्वारा किए जाने वाले ऑप डेमो में 90,000 टन के संयुक्त भार वाली नेवल इकाइयों की भागीदारी देखी जाएगी। इसमें लगे हथियार और सेंसर 300 किलोमीटर के दायरे में सतह, उप सतह या हवा से उत्पन्न होने वाले किसी भी खतरे को बेअसर करने की क्षमता रखते हैं। 3500 से अधिक नौसेना कर्मी समुद्र में इन प्लेटफार्मों का प्रबंधन करेंगे। वहीं 350 अन्य कर्मी ऑपरेशन डेमो के लिए तट पर से समन्वय में करेंगे।
नौसेना के अधिकारियों का कहना है कि भारतीय नौसेना ओडिशा के साथ एक ऐतिहासिक और रणनीतिक बंधन साझा करती है। प्राचीन ओडिशा अपने व्यापक समुद्री संबंधों के लिए प्रसिद्ध था, जो इसकी पहचान और समृद्धि का केंद्र था। बंगाल की खाड़ी के पार विदेशी व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की समृद्ध परंपरा के साथ ओडिशा एक प्रमुख समुद्री शक्ति थी। ओडिशा के व्यापारी और नाविक सुदूर देशों के साथ संबंध स्थापित करते हुए लंबी यात्राओं पर निकलते थे।
नौसेना दिवस के इस समारोह में भारतीय नौसेना की स्वदेशी अत्याधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया जाएगा। यह भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को आगे बढ़ाएगा। साथ ही इस आयोजन के जरिए नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में ‘पसंदीदा सुरक्षा भागीदार और प्रथम प्रत्युत्तरकर्ता’ बनने का संकल्प लेगी। भारतीय नौसेना का दृष्टिकोण, क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (सागर) की बात सुनिश्चित करता है।
नेवी चीफ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में ओडिशा के राज्यपाल और मुख्यमंत्री, केंद्रीय और राज्य के कैबिनेट मंत्री और स्थानीय लोग भी शामिल होंगे। यह दूसरी बार है कि भारतीय नौसेना किसी प्रमुख नौसैनिक स्टेशन के अलावा किसी अन्य स्थान पर एक मेगा कार्यक्रम का आयोजन कर रही है।