देशभर में लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और प्रतिक्रिया तंत्र को मजबूत करने से संबंधित सहयोग और कार्य योजनाओं पर चर्चा करने के लिए सात मंत्रालय एक साथ आए हैं। इसके लिए इन मंत्रालयों के के प्रतिनिधि केंद्रीय ग्रामीण विकास सचिव शैलेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक मंत्रिस्तरीय बैठक की।
नई चेतना अभियान 3.0
बैठक की शुरुआत ग्रामीण विकास विभाग की संयुक्त सचिव स्मृति शरण द्वारा नई चेतना अभियान के पिछले संस्करणों के प्रमुख निष्कर्षों को प्रस्तुत करने से हुई। एक महीने तक चलने वाला यह 3.0 नई चेतना अभियान 25 नवंबर को शुरू किया जाएगा और देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 23 दिसंबर तक चलेगा।
क्या है नई चेतना
‘नई चेतना’ अभियान का उद्देश्य जमीनी स्तर पर विभिन्न पहलों के माध्यम से लिंग आधारित हिंसा से निपटने के लिए जागरूकता बढ़ाना और सूचित कार्रवाई करना है। अपनी स्थापना के बाद से ‘नई चेतना’ ने देश भर में लाखों लोगों को एकजुट किया है, जिससे लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक बड़ा आंदोलन खड़ा हुआ है।
अपने पहले वर्ष में यह अभियान विभिन्न मंत्रालयों के समर्थन से 3.5 करोड़ लोगों तक पहुंचा जबकि इसके दूसरे संस्करण ‘नई चेतना 2.0’ में 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 5.5 करोड़ प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसने देश भर में लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ 9 लाख से अधिक जागरूकता गतिविधियां आयोजित कीं।
लिंग आधारित हिंसा से निपटने के लिए मंत्रालय एकजुट
इस दौरान ग्रामीण विकास विभाग के अतिरिक्त सचिव चरणजीत सिंह ने बैठक के दौरान आये सुझावों की सराहना की और इस अभियान को मिशन मोड में चलाने के लिए दिये गये परामर्शों को औपचारिक रूप देने का आह्वान किया। अंत में शैलेश कुमार सिंह ने व्यापक सामाजिक परिवर्तन को बढ़ावा देने और लिंग आधारित हिंसा से निपटने के लिए विभिन्न मंत्रालयों के एकजुट और समन्वित दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया।