बीबीए पाठ्यक्रम के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) मॉडल करिकुलम फ्रेमवर्क लॉन्च किया। यह मॉडल करिकुलम बीबीए, बीबीए ऑनर्स और बीबीए ऑनर्स विथ रिसर्च पाठ्यक्रमों के लिए लॉन्च किया गया है। मॉडल करिकुलम फ्रेमवर्क लॉन्च करते हुए एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीताराम ने कहा कि पाठ्यक्रम में मैनेजमेंट के आधारभूत सिद्धांतों के साथ वैश्विक स्तर पर मैनेजमेंट की बेस्ट प्रैक्टिसेज को शामिल किया गया है। उद्योग जगत की वर्तमान और भविष्य की जरूरतों और चुनौतियों के साथ ही छात्रों की कम्युनिकेशन स्किल्स को विकसित करने के लिए तीन सप्ताह का कंपलसरी इंडक्शन प्रोग्राम भी शामिल किया गया है। परिषद का प्रयास है कि कोर्स पूरा करने के बाद छात्र वैश्विक स्तर पर प्रबंधन संबंधी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहें।
शिक्षा जगत व उद्योग जगत के विशेषज्ञ रहे शामिल
इस दौरान पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए एआईसीटीई द्वारा गठित एक्सपर्ट कमेटी के सदस्य भी मौजूद रहे। अंबेडकर यूनिवर्सिटी, दिल्ली के वाइस चांसलर प्रो. अनु सिंह लाठर की अध्यक्षता में बनी इस कमेटी में शिक्षा जगत के अलावा उद्योग जगत के विशेषज्ञों को भी शामिल किया गया ताकि ऐसा विस्तृत पाठ्यक्रम तैयार किया जा सके, जो छात्रों को इंडस्ट्री की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार कर सके।
कोर्स का स्ट्रक्चर इनोवेटिव
इसके तहत 3 वर्षीय यानि 6 सेमेस्टर और चार वर्षीय यानि 8 सेमेस्टर के पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहे हैं। तीन साल के लिए पाठ्यक्रम 120 क्रेडिट का और 4 साल के लिए 160 क्रेडिट का होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए कोर्स का स्ट्रक्चर इनोवेटिव रखा गया है। छात्रों को 3 वर्षीय कार्यक्रम पूरा करने पर बीबीए और 4 वर्षीय कार्यक्रम पूरा करने पर बीबीए ऑनर्स या बीबीए ऑनर्स विद रिसर्च की डिग्री दी जाएगी। भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस), मानव व्यवहार और संगठन एवं भारतीय संविधान, इंडस्ट्रियल विजिट व कार्यशाला और अनिवार्य इंटर्नशिप को इस मॉडल पाठ्यक्रम में विशेष तौर पर शामिल किया गया है।
बता दें कि इसी वर्ष एआईसीटीई ने बीबीए, बीसीए और बीएमएस पाठ्यक्रमों को अपने दायरे में लिया है और अब इनके लिए कोर्स तैयार कर रहा है। परिषद अब तक करीब 4200 संस्थानों को इसके लिए अनुमोदन भी दे चुका है। परिषद ने एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित संस्थानों में बीबीए पाठ्यक्रम में नामांकित महिला छात्रों के लिए एक नई छात्रवृत्ति भी शुरू की है। इसके अलावा परिषद ने एआईसीटीई अप्रूव्ड संस्थानों के संकाय सदस्यों के लिए फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) भी शुरू किया है।