नीति आयोग ने जमीनी स्तर पर उद्यमिता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल शुरू की है। इस पहल का उद्देश्य आकांक्षी ब्लॉकों की आबादी के बीच आत्मनिर्भरता की भावना को प्रोत्साहित करना और उन्हें सतत विकास और समृद्धि की ओर प्रेरित करना है।
नीति आयोग द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि नीति आयोग ने बुधवार,13 मार्च को नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम और विभिन्न राज्यों के अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में अपने आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल शुरू की। ज्ञात हो कि सरकार की यह पहल स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करने और जमीनी स्तर पर उद्यमशीलता को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य करेगी। इसके अतिरिक्त नीति आयोग ने ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल के तहत ‘आकांक्षा’ लोगो भी लॉन्च किया। यह आगे एस्पिरेशनल ब्लॉक प्रोग्राम का हिस्सा होगा।
बता दें कि इस पहल के एक भाग के रूप में, 500 आकांक्षी ब्लॉकों के स्वदेशी स्थानीय उत्पादों को आकांक्षा के तहत मैप और समेकित किया गया है। लॉन्च में आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत सभी 329 जिलों और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों ने भाग लिया। इन प्रोडक्ट्स को प्रोत्साहित करने के लिए, GeM पोर्टल पर ‘आकांक्षा’ ब्रांड नाम के तहत एस्पिरेशनल ब्लॉक प्रोग्राम के लिए एक समर्पित विंडो स्थापित की गई है। जिससे भागीदार ई-कॉमर्स ऑनबोर्डिंग, लिंकेज स्थापित करने, वित्तीय और डिजिटल साक्षरता, दस्तावेज़ीकरण/प्रमाणन और कौशल वृद्धि की सुविधा के लिए तकनीकी और परिचालन सहायता भी प्रदान करेंगे।
नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने अपने मुख्य भाषण में जिला कलेक्टरों और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों से सूक्ष्म उद्योगों के सतत विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जीईएम), और ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) जैसे भागीदारों के साथ सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आकांशा एक व्यापक ब्रांड है जिसे कई उप-ब्रांडों में पूरक किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसमें एक अंतरराष्ट्रीय बाजार बनाने की क्षमता है।