उत्तर पश्चिम रेलवे की आय में निरंतर वृद्धि हो रही है। माल लदान एवम यात्री भार में लगातार वृद्धि होने से उत्तर पश्चिम रेलवे के राजस्व में वृद्धि हुई है। साथ ही यात्री ट्रेनों के संचालन में समय के अनुपालन में निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2024-25 के सितम्बर तक 4000 करोड़ से अधिक का राजस्व प्राप्त किया है जो पिछले वर्ष की इसी अवधि को प्राप्त राजस्व से लगभग 13 प्रतिशत अधिक है। उत्तर पश्चिम रेलवे की मालभाड़े से प्राप्त आय और यात्री आय दोनों में बढ़ोतरी हुई है।
साथ ही यात्रियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। वर्ष 2024-25 के सितम्बर तक यात्री भार 9.06 करोड़ यात्री रही जो पिछले वर्ष 2023-24 की इसी अवधि से लगभग 07 प्रतिशत अधिक है। इसके साथ ही माल लदान में किए गए अभिनव प्रयासों से उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2024-25 में सितम्बर तक 14.37 मिलियन टन माल लदान किया है।
अमिताभ, महाप्रबंधक-उत्तर पश्चिम रेलवे के दिशा निर्देशों से उत्तर पश्चिम रेलवे पर यात्री ट्रेनों के संचालन एवं समय अनुपालन पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया है। उल्लेखनीय है कि उत्तर पश्चिम रेलवे लगातार 4 वर्षों तक प्रथम स्थान पर रहा है ।
इस वर्ष 2024-25 में सितम्बर तक 93.53 प्रतिशत के समय अनुपालन को प्राप्त कर संपूर्ण भारतीय रेलवे में दूसरे स्थान पर है। अमिताभ, महाप्रबंधक समय अनुपालन के मार्गदर्शन में उत्तर पश्चिम रेलवे पर लाइनों के दोहरीकरण, स्थाई गति प्रतिबंधों को समाप्त करना एवं नियमित मॉनिटरिंग के फलस्वरूप समय अनुपालन में सुधार हुआ है।
इसके साथ ही माल लदान में किये गये अभिनव प्रयासों से उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2024-25 में सितम्बर तक 14.37 मिलियन टन माल लदान किया है। उत्तर पश्चिम रेलवे ने यात्री तथा माल परिवहन संचालन में सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर अलग पहचान बनाई है तथा नई ऊंचाईयों की ओर अग्रसर है।