लोकसभा चुनाव के सियासी संग्राम का बिगुल बज चुका है। राजनीति का सबसे बड़ा रण अब जोर पकड़ता जा रहा है। निर्वाचन विभाग की ओर से चुनावी तारीखों के ऐलान के बाद आज (बुधवार) 18वीं लोकसभा के चुनाव के पहले चरण के लिए अधिसूचना जारी हो गई। इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
इच्छुक उम्मीदवार आज से नामांकन पत्र प्रस्तुत कर सकेंगे। नामांकन पत्र प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 27 मार्च 2024 निर्धारित की गई है जबकि बिहार में नामांकन पत्र दर्ज कराने की अंतिम तिथि एक दिन आगे यानी 28 मार्च 2024 है। नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी 28 मार्च 2024 को की जाएगी। वहीं बिहार में नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी 30 मार्च 2024 को होगी। उम्मीदवारों के पास नामांकन वापस लेने की तिथि 30 मार्च 2024 तय की गई है, जबकि बिहार के लिए उम्मीदवारों के समक्ष नामांकन वापस लेने की तिथि 2 अप्रैल 2024 निर्धारित की गई है।
सात चरणों में होगा लोकसभा चुनाव
देश में सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव आयोजित कराए जा रहे हैं। पहले चरण में 19 अप्रैल को कुल 21 राज्यों की 102 सीटों के लिए मतदान होंगे। इस चरण में कुल दस राज्यों में मतदान संपन्न हो जाएंगे। ज्ञात हो, भारत निर्वाचन आयोग ने बीते शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पूर्ण मतदान कार्यक्रम की घोषणा की। निर्वाचन आयोग के मुताबिक 18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए बहुप्रतीक्षित मतदान सात चरणों में होंगे। निर्वाचन आयोग ने यह भी बताया कि 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में सात चरणों में 1 जून तक मतदान होगा और वोटों की गिनती 4 जून को होगी।
याद हो, वर्ष 2019 के संसदीय चुनावों में, 11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों में मतदान हुआ था। तब 17वीं लोकसभा के लिए परिणामों की घोषणा 23 मई 2019 को की गई थी।
पहले चरण में 21 राज्यों को किया जाएगा कवर
पहले चरण में 21 राज्यों को कवर किया जाएगा। इस प्रमुख राजनीतिक कवायद के बाद अब सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्ष के इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (INDIA) के बीच एक हाई-वोल्टेज चुनावी लड़ाई शुरू होगी।
बताना चाहेंगे डिजिटल मीडिया से जुड़े देशव्यापी चुनावी अभियान पहले ही शुरू हो चुके हैं। भाजपा तीसरे कार्यकाल की उम्मीद करते हुए भारी जीत के साथ अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में जुटी है। वहीं इस बीच, दो दर्जन से अधिक दलों का विपक्षी गठबंधन सरकार को हटाने के लिए अपने आंतरिक मतभेदों को दूर करते हुए पुरजोर प्रयास करने जुट गया है।
भाजपा का लक्ष्य राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के लिए 400 सीटें और स्वतंत्र रूप से 370 सीटें हासिल करना है, जो कई राज्यों में भारतीय गुट के तहत एकजुट विपक्ष के लिए एक महत्वपूर्ण मुकाबला है। प्रमुख दलों ने लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित करना शुरू कर दिया है, साथ ही विशिष्ट राज्यों में सीटों के बंटवारे को लेकर भी चर्चा चल रही है।
2019 के चुनावों में, भाजपा ने 303 सीटों का दावा किया, जबकि कांग्रेस ने 52 सीटें हासिल कीं, जो लोकसभा में विपक्ष का नेता बनने के लिए आवश्यक संख्या से कम थी। इन चुनावों की घोषणा 10 मार्च को की गई थी और इन्हें सात चरणों में आयोजित किया गया था।
19 अप्रैल को होगी पहले चरण की 102 सीटों पर वोटिंग
भारत निर्वाचन आयोग के मुताबिक मतदान का पहला चरण 19 अप्रैल को 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 102 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए होगा। शेष चरण 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को निर्धारित किए गए हैं। प्रथम चरण में 102 संसदीय सीटों पर मतदान होगा। दूसरे चरण में 89 सीटों पर, तीसरे चरण में 94 सीटों पर, चौथे चरण में 96 सीटों पर, पांचवें चरण में 49 सीटों पर, छठे चरण में 57 सीटों पर और अंत में सातवें चरण में 57 सीटों पर मतदान होगा।
पहले चरण में इन राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में होंगे चुनाव
1) अरुणाचल प्रदेश: दो में से दो सीट पर
2) असम: 14 में से पांच सीट पर
3) बिहार: 40 में से चार सीट पर
4) छत्तीसगढ़: 11 में से एक सीट पर
5) मध्य प्रदेश: 29 में से छह सीट पर
6) महाराष्ट्र: 48 में से पांच सीट पर
7) मणिपुर: दो में से दो सीट पर
8) मेघालय: दो में से दो सीट पर
9) मिजोरम: एक में से एक सीट पर
10) नागालैंड: एक में से एक सीट पर
11) राजस्थान: 25 में से 12 सीट पर
12) सिक्किम: एक में से एक सीट पर
13) तमिलनाडु: 39 में से 39 सीट पर
14) त्रिपुरा: दो में से एक सीट पर
15) उत्तर प्रदेश: 80 में से आठ सीट पर
16) उत्तराखंड: पांच में से पांच सीट पर
17) पश्चिम बंगाल: 42 में से तीन सीट पर
18) अंडमान और निकोबार द्वीप समूह: एक में से एक सीट पर
19) जम्मू-कश्मीर: पांच में से एक सीट पर
20) लक्षद्वीप: एक में से एक सीट पर
21) पुडुचेरी: एक में से एक सीट पर
बता दें पश्चिम बंगाल, यूपी और बिहार तीन राज्य हैं, जहां सभी सात चरणों में मतदान होना है।
प्रथम चरण की चुनावी सीट वर्तमान में किसके कब्जे में ?
अरुणाचल प्रदेश:
अरुणाचल पूर्व (जनरल) – भाजपा
अरुणाचल पश्चिम (जनरल) – भाजपा
असम:
काजीरंगा (जनरल) – असम में परिसीमन प्रक्रिया के बाद कालियाबोर लोकसभा क्षेत्र अस्तित्व में नहीं आया। उसकी जगह काजीरंगा ने ले ली है।
सोनितपुर (जनरल) – भाजपा
लखीमपुर (जनरल)-भाजपा
डिब्रूगढ़ (जनरल) – भाजपा
जोरहाट (जनरल) – भाजपा
बिहार:
औरंगाबाद (सामान्य) – भाजपा
गया (एससी) – जनता दल (यूनाइटेड)
नवादा (सामान्य)- लोक जनशक्ति पार्टी
जमुई (एससी)- लोक जनशक्ति पार्टी
छत्तीसगढ़:
बस्तर (एसटी): कांग्रेस
मध्य प्रदेश:
सीधी (जनरल)-भाजपा
शहडोल (एसटी) – भाजपा
जबलपुर (जनरल)-भाजपा
मंडला (एसटी) – भाजपा
बालाघाट (जनरल)-भाजपा
छिंदवाड़ा (जनरल)-कांग्रेस
महाराष्ट्र:
रामटेक (एससी)-शिवसेना
नागपुर (जनरल) – भाजपा
भंडारा – गोंदिया (जनरल) – भाजपा
गढ़चिरौली- चिमूर (एसटी)- भाजपा
चंद्रपुर (जनरल) – कांग्रेस
मणिपुर:
आंतरिक मणिपुर (सामान्य) – भाजपा
बाहरी मणिपुर (एसटी) – नागा पीपुल्स फ्रंट
मेघालय:
शिलांग (एसटी) – कांग्रेस
तुरा (एसटी) – नेशनल पीपुल्स पार्टी
मिज़ोरम:
मिज़ोरम (ST) – मिज़ो नेशनल फ्रंट
नागालैंड:
नागालैंड (जनरल) – नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी
त्रिपुरा:
त्रिपुरा पश्चिम (जनरल) – भाजपा
सिक्किम:
सिक्किम (जनरल) – सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा
राजस्थान:
गंगानगर (एससी) – भाजपा
बीकानेर (एससी) – भाजपा
चूरू (जनरल) – भाजपा
झुंझुनू (जनरल) – भाजपा
सीकर (जनरल)- भाजपा
जयपुर (जनरल) – भाजपा
जयपुर ग्रामीण (सामान्य)-भाजपा
अलवर (जनरल) – भाजपा
भरतपुर (एससी) – भाजपा
करौली-धौलपुर (एससी)- भाजपा
दौसा (एसटी) – भाजपा
नागौर (जनरल) – राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी
उत्तराखंड:
टेहरी गढ़वाल (जनरल) – भाजपा
गढ़वाल (जनरल)- भाजपा
अल्मोडा (एससी) – भाजपा
नैनीताल-उधमसिंह नगर (सामान्य)- भाजपा
हरद्वार (जनरल) – भाजपा
पश्चिम बंगाल:
कूचबिहार (एससी) – भाजपा
अलीपुरद्वार (एसटी) – भाजपा
जलपाईगुड़ी (एससी) – भाजपा
अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह:
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (जनरल) – कांग्रेस
जम्मू-कश्मीर:
उधमपुर (जनरल) -भाजपा
लक्षद्वीप:
लक्षद्वीप (एसटी): राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी
पुडुचेरी:
पुडुचेरी (जनरल) – कांग्रेस
तमिलनाडु:
पूरे राज्य में 19 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान होगा। 39 लोकसभा क्षेत्रों में 24 का प्रतिनिधित्व डीएमके द्वारा किया जाता है, जो राज्य स्तर पर भी शासन करती है। कांग्रेस तमिलनाडु में नौ सीटों का प्रतिनिधित्व करती है।