18वीं लोकसभा के अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद ओम बिरला चुन लिए गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें समूचे सदन की तरफ से बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा सांसद ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित करने के लिए प्रस्ताव पेश किया। एनडीए के नेताओं ने भी बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा। इसके बाद अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, शिवराज सिंह चौहान, ललन सिंह, चिराग पासवान समेत अन्य नेताओं ने भी प्रस्ताव का अनुमोदन किया। इसके बाद विपक्ष की ओर से के. सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा गया। शिवसेना (यूबीटी) सांसद अरविंद सावंत ने कांग्रेस सांसद के. सुरेश को लोकसभा अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित करने के लिए प्रस्ताव पेश किया। इंडिया गठबंधन के बड़े नेताओं ने प्रस्ताव और अनुमोदन किया।
इसके बाद ध्वनिमत से ओम बिरला लोकसभा स्पीकर चुने गए। प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब की अध्यक्षता में यह कार्यवाही पूरी हुई। बता दें कि ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा स्पीकर बने हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू भी उनके साथ आसन तक पहुंचे। 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष चुने जाने के बाद भाजपा सांसद ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे। प्रधानमंत्री मोदी ने ओम बिरला को बधाई दी। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी ओम बिरला को बधाई दी।
इस अवसर पर सदन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह सदन का सौभाग्य है कि आप दूसरी बार इस आसन पर विराजमान हो रहे हैं, आपको मेरी और इस पूरे सदन की तरफ से बहुत शुभकामनाएं। अमृतकाल के इस महत्वपूर्ण कालखंड में दूसरी बार इस पद पर विराजमान होना बहुत बड़ा दायित्व आपको मिला है। पीएम मोदी ने कहा कि हम सबका विश्वास है कि आप आने वाले 5 साल हम सबका मार्गदर्शन करेंगे।”
बता दें, एक पूर्ण कार्यकाल के बाद ओम बिरला दूसरी बार लोकसभा स्पीकर बने हैं। इससे पहले बलराम जाखड़ बार पूर्ण कार्यकाल कर चुके हैं। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को बधाई दी और कहा कि हमें विश्वास है कि विपक्ष को बोलने की अनुमति देकर, हमें भारत के लोगों का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति देकर, आप भारत के संविधान की रक्षा करने का अपना कर्तव्य निभाएंगे।
वहीं, समाजवादी पार्टी सांसद और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “मैं लोकसभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष को बहुत बधाई देता हूं। जिस पद पर आप बैठे हैं इससे बहुत गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं।” उन्होंने कहा कि लोकसभा के अध्यक्ष के रूप में आप हर सासंद और हर दल को बराबरी का मौका और सम्मान देंगे। निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी है। हम सबकी अपेक्षा है कि किसी भी जनप्रतिधि की आवाज ना दबाई जाए।
दरअसल 18वीं लोकसभा के स्पीकर के लिए ओम बिरला और के. सुरेश के बीच मुकाबला था। संख्या बल देखते हुए ओम बिरला की जीत तय मानी जा रही थी। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सर्वसम्मति नहीं बनने के कारण इस बार चुनाव की नौबत आई।