अशांत बलूचिस्तान में आतंकी घटनाओं पर प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने आज (मंगलवार) चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कैबिनेट की बैठक में कहा कि न तो आतंकवादियों के साथ बातचीत की जा सकती है और न ही उनसे निपटने के लिए नरम रुख अपनाया जा सकता है। दरअसल पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में सोमवार (26 अगस्त) को को दो अलग-अलग हमलों में हथियारबंद हमलावरों ने कम से कम 40 लोगों की हत्या कर दी।
पाकिस्तान के पीएम शाहबाज़ शरीफ़ ने कहा कि अब आतंकवाद को उखाड़ फेंकने का समय आ गया है। सरकार इस उद्देश्य के लिए सशस्त्र बलों को सभी संसाधन उपलब्ध कराएगी। बातचीत के दरवाजे केवल उन लोगों के लिए खुले हैं जो पाकिस्तान के संविधान और झंडे को पहचानते हैं। आतंकवादियों के लिए कोई जगह नहीं है। आतंकवादियों के इरादे विफल हो जाएंगे और उन्हें कुचल दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि चाहे कुछ भी हो, आतंकवादियों का पूरी तरह सफाया किया जाएगा। शरीफ हाल में हुई आतंकी घटनाओं में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति सहानुभूति जताई।
उन्होंने कहा कि खवारिज आतंकवादी अफगानिस्तान में सीमापार से काम करते हैं। बलूचिस्तान में आतंकी हमलों की निंदा करते हुए पीएम शरीफ़ ने कहा कि आतंकवादी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) और अन्य विकास परियोजनाओं को विफल करके पाकिस्तान के विकास को रोकना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवादी पाकिस्तान और चीन के बीच दरार पैदा करने के साथ-साथ देश के भीतर अराजकता पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने जल्द ही बलूचिस्तान का दौरा करने की घोषणा की।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में सोमवार को 2 अलग-अलग हमलों में हथियारबंद हमलावरों ने कम से कम 40 लोगों की हत्या कर दी थी। पहली घटना में बलूचिस्तान के मूसाखेल जिले में बंदूकधारियों ने बसों से यात्रियों को उतारकर और उनके पहचान पत्र देखने के बाद पंजाब प्रांत के कम से कम 23 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। एक अन्य हमले में बलूचिस्तान के कलात जिले में बंदूकधारियों ने चार पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम 11 लोगों की हत्या कर दी गयी। कलात राजधानी क्वेटा से करीब 150 किलोमीटर दक्षिण में स्थिति है और बलूच कबीलों का इलाके में दबदबा है। बलूचिस्तान, पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है लेकिन अन्य प्रांतों से अधिक संसाधन होने के बावजूद यह सबसे कम विकसित है। बीएलए और अन्य बलूच अलगाववादियों ने क्षेत्र में काम कर रहे पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांत के लोगों पर हमले तेज कर दिए हैं।