संसद में सत्ता पक्ष और विपक्ष द्वारा एक-दूसरे पर लगातार आरोप-प्रत्यारोप लगाने और शोर शराबे के कारण मंगलवार को राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा ने जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन के साथ कांग्रेस के संबंधों को लेकर उन पर आरोप दोहराए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नेता जॉर्ज सोरोस द्वारा दी जा रही वित्तीय सहायता वाली संस्था में सदस्य हैं। विपक्ष को ये साफ करना चाहिए कि जो लोग देश की सुरक्षा, संप्रभुता के लिए खतरा हैं, उन लोगों से उनका क्या रिश्ता है। देश जानना चाहता है। उन्होंने कहा कि विदेशी ताकतें हमारे देश को अस्थिर करना चाहती हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज भारत दुनिया में पांचवीं अर्थव्यवस्था बन गई है।
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने सारे आरोपों को खारिज करते हुए इसे झूठा करार दिया। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष अडाणी के मुद्दे पर चर्चा करने से भाग रहा है। सभापति जगदीप धनखड़ ने अपने चेंबर में नड्डा और खड़गे के साथ बैठक की, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि सदन सुचारू रूप से चले।
कार्यवाही शुरू होने के 6 मिनट के भीतर ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। इसी तरह सभापति जगदीप धनखड़ ने भी राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।
दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद ही राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों में फिर हो हल्ला और नारेबाजी शुरू हो गई। नतीजतन शोर शराबे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही आज दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही अब बुधवार 11 दिसंबर को फिर शुरू होगी।