विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आज (सोमवार) साउथ गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के कार्यक्रम में भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और भारत-संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बदले संबंध को लेकर खुलकर बातचीत की।
उन्होंने कहा कि जब भी मैं गुजरात आता हूं मुझे बहुत प्रसन्नता होती है। उन्होंने कहा कि मुझे इसलिए खुशी होती है क्योंकि मैं संसद में आपका प्रतिनिधि हूं।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आज हम दुनिया के शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाओं में से एक हैं। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से विकास कर रही है इससे साफतौर पर लगता है कि बहुत जल्द हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे। एस जयशंकर ने कहा आप सभी जानते हैं कि यह किसकी गारंटी है। हमें पूरा विश्वास है कि अगले 25 वर्षों में हम भारत को 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बना देंगे।
उन्होंने कहा मैं विदेश में सबका साथ सबका विकास की बात करता हूं। आज दुनिया की सोच भारत के लिए बदल चुकी है। विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में यूएई में भारत के बारे में धारणा बदल गई है। उन्होंने हमारे साथ मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए और आज यूएई के साथ व्यापार लगभग 80 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, और हमारे भारत के लोग जो वहां बसे हैं, वहां रोजगार कर रहे हैं। जिस तरीके से उन्होंने कोविड के समय ख्याल रखा, इसके अलावा हमारा वहां मंदिर बनाने का जो अनुरोध था उसे स्वीकार किया, यह कोई छोटी बात नहीं है।
जयशंकर ने आगे कहा अब मन में यह प्रश्न उठता है आखिर यह बदलाव कैसे आया। मैं आपको बताता हूं, पीएम नरेंद्र मोदी 2016 में यूएई गए थे। आखिरी पीएम इंदिरा गांधी थीं जो यूएई गई थीं और उनके बाद 2016 तक कोई पीएम वहां नहीं गया। विदेश मंत्री ने कहा कि अगर हमारी तरफ से प्रयास हुआ है तो उनकी सोच हमारे बारे में बदल जाती है।