पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने आज 14 सितम्बर को समस्त देशवासियों को हिंदी दिवस की शुभकानाएं दीं हैं। पीएम ने एक्स हैंडल पर एक वीडियो साझा करते हुए हिंदी दिवस पर अपनी बात रखी, जिसमें उन्होंने कहा कि भाषा अभिव्यक्त का जीवंत साधन होती है, वो जड़ नहीं हो सकती है, जैसे जीवन में चेतना होती है वैसे ही भाषा में भी चेतना होती है। पीएम ने कहा “मैं कभी सोचता हूं अगर मुझे हिंदी भाषा बोलना, समझना नहीं आता तो मैं लोगों तक कैसे पहुंचता, लोंगो की बात कैसे समझाता। मुझे व्यक्तिगत रूप से भी इस भाषा की ताकत क्या होती है मुझे अंदाजा है।”
पीएम ने कहा कि हमारे देश में हिन्दी भाषा का आन्दोलन सुभाष चन्द्र बोस, लोकमान्य तिलक,महात्मा गांधी, काका साहेब कालेलकर ,राजगोपालाचारी जैसे महापुरषों ने चलाया यानी जिसकी मातृ भाषा हिंदी नहीं थी उन्होंने हिंदी भाषा के संरक्षण व संवर्धन के लिए जिस दूरदृष्टि से काम किया ये हमें प्रेरणा देता है। पीएम मोदी ने कहा कि मातृ भाषा के रूप में हर राज्य के पास ऐसा अनमोल खजाना है, उसको हम कैसे जोडे़ं और जोड़ने में हिंदी भाषा एकसूत्रधार का काम कैसे करे उस पर अगर हम बल देंगे तो हमारी भाषा और ताकतवर बनती जाएगी और उस दिशा में हम प्रयास कर सकतें हैं।
सभी भारतीय भाषाएं हमारा गौरव, उनका विकास जरूरी : अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज एक्स हैंडल पोस्ट पर समस्त देशवासियों को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं दीं हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी एक्स पोस्ट में इस दिवस की लोगों को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। केंद्रीय मंत्री शाह ने लिखा है, ”सभी भारतीय भाषाएं हमारा गौरव भी हैं और विरासत भी, जिन्हें समृद्ध किए बिना हम आगे नहीं बढ़ सकते।
राजभाषा हिन्दी का हर भारतीय भाषा के साथ अटूट रिश्ता है। इस साल हिन्दी भाषा ने देश की राजभाषा के रूप में जन संवाद व राष्ट्रीय एकता के 75 वर्ष पूरे किए हैं। मुझे विश्वास है कि सभी भारतीय भाषाओं को एक साथ लेकर राजभाषा हिन्दी विकसित भारत के संकल्प को चरितार्थ करने की दिशा में निरंतर अपना योगदान देती रहेगी।”