प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के स्पीकर और उनके प्रतिनिधिमंडल से गुरुवार को मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी में सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा की। पीएम मोदी ने पारंपरिक विनिर्माण के साथ-साथ सेमीकंडक्टर, ईवी, हरित और स्वच्छ ऊर्जा जैसे आधुनिक क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। इसके अतिरिक्त उन्होंने भारतीय युवाओं के लिए जापानी भाषा में प्रशिक्षण सहित प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण पर भी चर्चा की।
प्रधान मंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, पीएम मोदी ने जापान के प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष नुकागा फुकुशिरो और उनके प्रतिनिधिमंडल का कल (1 अगस्त) स्वागत किया। प्रतिनिधिमंडल में जापानी संसद के सदस्य और प्रमुख जापानी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले कारोबारी नेता शामिल थे। बैठक के दौरान भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को रेखांकित किया गया, जिसमें लोगों के बीच आपसी सहयोग पर ध्यान केंद्रित करते हुए सहयोग और आपसी हित के प्रमुख क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया, साथ ही भारत और जापान के बीच संसदीय आदान-प्रदान के महत्व को दोहराया गया।
उन्होंने 2022-27 की अवधि के लिए भारत और जापान के बीच निर्धारित 5 ट्रिलियन जापानी येन निवेश के वर्तमान लक्ष्य पर हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और 2027 से आगे की अवधि के लिए व्यापार और आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। पीएम मोदी और नुकागा फुकुशिरो ने पारंपरिक विनिर्माण (मोनज़ुकुरी) के साथ-साथ सेमीकंडक्टर, ईवी, हरित और स्वच्छ ऊर्जा जैसे आधुनिक क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर भी विचार-विमर्श किया। उन्होंने प्रमुख मुंबई अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना के सफल और समय पर पूरा होने के महत्व को पहचाना।
जापान के स्पीकर नुकागा ने प्रस्ताव दिया कि भारत और जापान जापानी भाषा, संस्कृति और कार्य पद्धतियों में प्रशिक्षण आयोजित करने सहित विभिन्न व्यवसायों में नेक्स्टजेन कार्यबल का पोषण और प्रशिक्षण करें। उन्होंने इन प्रयासों में निजी क्षेत्र की भूमिका को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि ये संसाधन व्यक्ति आने वाले समय में दोनों पक्षों के बीच सेतु की भूमिका निभाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जापान की प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष नुगाका फुकुशिरो, उनके साथ आए सांसदों और व्यापार प्रतिनिधिमंडल से मिलकर प्रसन्नता हुई। दो लोकतंत्रों और साझा हितों वाले विश्वसनीय साझेदारों के रूप में, हम संसदीय आदान-प्रदान, निवेश, कौशल और गतिशीलता को बढ़ावा देने सहित अपनी विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
बता दें, प्रधानमंत्री मोदी ने जापान से अधिक निवेश और प्रौद्योगिकी के लिए भारत में किए गए अनुकूल कारोबारी माहौल और सुधारों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने इन प्रयासों के लिए भारत सरकार के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है।