प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रीलंका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘श्रीलंका मित्र विभूषण’ आज शनिवार को कोलंबो में प्रदान किया गया। यह सम्मान श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने एक भव्य समारोह में उन्हें सौंपा।
यह सम्मान केवल उन राष्ट्राध्यक्षों को दिया जाता है जिन्होंने श्रीलंका के साथ मित्रता और सहयोग को विशेष रूप से आगे बढ़ाया हो। राष्ट्रपति दिसानायके ने कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी इस सम्मान के वास्तविक हकदार हैं।” वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने इसे 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान बताया और कहा कि यह दोनों देशों की साझी विरासत और साझा भविष्य का प्रतीक है।
यह खास तौर पर डिजाइन किया गया सम्मान धर्म चक्र, पुण्य कलश और नवरत्नों से सजे कमल के प्रतीक के रूप में भारत-श्रीलंका की साझा सांस्कृतिक और बौद्ध विरासत को दर्शाता है। यह प्रधानमंत्री मोदी को किसी विदेशी देश से मिला 22वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है।
समारोह के दौरान दोनों नेताओं ने संपूर सौर ऊर्जा परियोजना और डांबुला कृषि भंडारण केंद्र समेत कई द्विपक्षीय विकास परियोजनाओं की शुरुआत की। साथ ही ऊर्जा, डिजिटल बदलाव और त्रिपक्षीय सहयोग पर कई अहम समझौते हुए। वहीं भारत, श्रीलंका और यूएई मिलकर त्रिंकोमाली को एक ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करेंगे।
भारत अब तक श्रीलंका को करीब 7 अरब डॉलर की सहायता दे चुका है, जिसमें 780 मिलियन डॉलर अनुदान के रूप में शामिल हैं। बीते दशक में भारत ने 265 मिलियन डॉलर से अधिक की 40 से अधिक परियोजनाएं पूरी की हैं। भारत का 2 अरब डॉलर से अधिक का निवेश श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रहा है।
राष्ट्रपति दिसानायके ने भारत-श्रीलंका संबंधों को “इतिहास, धर्म और संस्कृति से बंधा विशेष रिश्ता” बताया और कहा कि यह साझेदारी दक्षिण एशिया में स्थिरता और विकास का उदाहरण बन रही है।