प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस एडनोम घेबियस को अपना समर्थन देने का वादा करते हुए कहा कि भारत वैश्विक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के प्रयासों की दिशा में काम करेगा। प्रधानमंत्री मोदी डब्ल्यूएचओ प्रमुख को ‘तुलसी भाई’ के नाम से संबोधित करते हैं।
उन्होंने ब्राजील में आयोजित पहले डब्ल्यूएचओ निवेश दौर के दौरान समर्थन और योगदान के लिए धन्यवाद देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर टेड्रोस की पोस्ट के जवाब में यह बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत प्रौद्योगिकी को एकीकृत करके स्वास्थ्य क्षेत्र में सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
एक स्वस्थ ग्रह एक बेहतर ग्रह होता है
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक कहा – “प्रिय तुलसी भाई, एक स्वस्थ ग्रह एक बेहतर ग्रह होता है। भारत इस क्षेत्र में सक्रियता से काम कर रहा है। हम प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने को भी काफी प्राथमिकता दे रहे हैं। साथ ही, हम इस संबंध में वैश्विक प्रयासों को मजबूत करेंगे।”
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ब्राजील के रियो डी जनेरियो में G20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के दौरान वैश्विक स्वास्थ्य के लिए अपनी रणनीति के लिए धन जुटाने के लिए अपना पहला निवेश दौर आयोजित किया था। इस कार्यक्रम में प्रधान मंत्री मोदी सहित विश्व के नेताओं ने भाग लिया और 1.7 बिलियन डॉलर जुटाए।
नेताओं ने एक निष्पक्ष दुनिया और एक टिकाऊ ग्रह के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की
शिखर सम्मेलन में, नेताओं ने एक निष्पक्ष दुनिया और एक टिकाऊ ग्रह के निर्माण के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने सभी आयामों में असमानताओं के खिलाफ लड़ाई को प्राथमिकता देने का संकल्प लिया। इस दौरान उनकी घोषणा ने स्थिर और पारदर्शी वित्तपोषण की आवश्यकता पर बल देते हुए वैश्विक स्वास्थ्य प्रशासन में डब्ल्यूएचओ की केंद्रीय भूमिका की पुष्टि की। उन्होंने संगठन की गतिविधियों के लिए अतिरिक्त धन सुरक्षित करने के साधन के रूप में डब्ल्यूएचओ निवेश दौर का भी समर्थन किया।
पीएम मोदी टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस को तुलसी भाई क्यों कहते हैं ?
आपको बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा चुने जाने पर बधाई दिए जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें “तुलसी भाई” कहकर संबोधित किया। दरअसल टेड्रोस के गुजराती नाम ‘तुलसी भाई’ की कहानी पिछले साल उनकी भारत यात्रा से शुरू होती है, जब प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें गुजराती नाम दिया था। वर्ष 2022 में गुजरात में होने वाले ‘वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन’ में पीएम मोदी ने डब्ल्यूएचओ प्रमुख को “तुलसी भाई” कहा था।
मैं उन्हें एक गुजराती के रूप में ‘तुलसी भाई’ कहूंगा
गुजरात में शिखर सम्मेलन के दौरान, डब्ल्यूएचओ महानिदेशक ने पीएम मोदी से अनुरोध किया था कि वे उनके लिए एक गुजराती नाम चुनें क्योंकि वे एक पक्के गुजराती बन गए हैं। तब पीएम मोदी ने कहा कि मैं उन्हें एक गुजराती के रूप में ‘तुलसी भाई’ कहूंगा। तुलसी एक ऐसा पौधा है जिसे आधुनिक पीढ़ियाँ भूल रही हैं। पीढ़ियों ने तुलसी की पूजा की है। आप तुलसी के पौधे का उपयोग विवाह में भी कर सकते हैं। तो अब आप हमारे साथ हैं।
डब्ल्यूएचओ के साथ भारत का सहयोग ‘एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य’ के हमारे दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है
आपको बता दें कि पीएम मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में फिर से चुने जाने के बाद, डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था कि प्रधानमंत्री @narendramodi को आपके फिर से चुने जाने पर बधाई। मैं #HealthForAll के लिए @WHO-#भारत के बीच घनिष्ठ सहयोग जारी रखने की आशा करता हूँ।
इसके बाद पीएम मोदी ने जवाब दिया था कि धन्यवाद मेरे मित्र तुलसी भाई! डब्ल्यूएचओ के साथ भारत का सहयोग ‘एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य’ के हमारे दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है। भारत में पारंपरिक चिकित्सा के लिए पहला डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर की दिशा में हमारे संयुक्त प्रयासों को जोड़ता है।