प्रतिक्रिया | Monday, December 23, 2024

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पीएम मोदी की युवाओं को सौगात, कहा- आज का दिन ऐतिहासिक,तीन सेमीकंडक्टर परियोजनाओं की रखी आधारशिला

देश को सेमीकंडक्टर हब बनाने के लिए पीएम मोदी ने करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये की तीन सेमीकंडक्टर सुविधाओं की आधारशिला रखी। इस दौरान पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इंडियाज टेकेड: चिप्स फॉर विकसित भारत कार्यक्रम को संबोधित किया।

1.25 लाख करोड़ रुपये के तीन बड़े प्रोजेक्ट्स
इस दौरान पीएम ने कहा कि आज का ये दिन ऐतिहासिक है। आज हम इतिहास भी रच रहे हैं और उज्ज्वल भविष्य की तरफ एक बहुत बड़ा मजबूत कदम भी उठा रहे हैं। आज सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये के तीन बड़े प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास हुआ है। आज युवा देख रहे हैं कि भारत किस तरह प्रगति के लिए, आत्मनिर्भरता के लिए, ग्लोबल सप्लाई चेन में अपनी उपस्थिति के लिए चौतरफा काम कर रहा है। इन प्रयासों से उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और आत्मविश्वास से भरा युवा कहीं भी हो, वो अपने देश का भाग्य बदल देता है।

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता
उन्होंने कहा कि चिप मैन्युफैक्चरिंग सिर्फ एक इंडस्ट्री नहीं है, ये विकास का वो द्वार खोलती है, जो असीम संभावनाओं से भरा हुआ है। इस सेक्टर से न सिर्फ भारत में रोजगार के नए अवसर बनने वाले हैं, बल्कि तकनीकी उन्नति के क्षेत्र में भी बड़ी प्रगति होने वाली है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार टेक्नोलॉजी को एडवांस बनाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि देश के युवा तकनीक के मामले में बेहद प्रतिभा संपन्न हैं। इसलिए इनकी भूमिका अहम है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता है।

इन शहरों में शुरू होगी परियोजना
गुजरात के धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र और साणंद के अलावा असम के मोरीगांव में करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये की तीन सेमीकंडक्टर परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इन परियोजनाओं से सेमीकंडक्टर ईको-सिस्टम सुदृढ़ होगा और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा
पीएम की परिकल्पना भारत को सेमीकंडक्टर की डिजाइन, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना है, ताकि देश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिले। इस परिकल्पना के अनुरूप, धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (डीएसआईआर), गुजरात में सेमीकंडक्टर फेब्रीकेशन सुविधा निर्माण; मोरीगांव, असम में आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट (ओएसएटी) सुविधा; और साणंद, गुजरात में आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट (ओएसएटी) सुविधा के लिए आधारशिला रखी जा रही है।

इस बारे में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि देश में कुल चार सेमीकंडक्टर इकाइयां बनाई जा रही हैं। चार सेमीकंडक्टर इकाइयों में से एक असम में स्थापित हो रही है। अमेरिका, यूरोप, जापान में जल्द ही असम में बनी, गुजरात में बनी, भारत में बनी सेमीकंडक्टर वाली कारें चलेंगी। ये चारों प्लांट डबल इंजन सरकार में तेज गति से हो रहे काम का उदाहरण हैं।

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आखरी अपडेट: 22nd Dec 2024