भारत के बहुप्रतीक्षित ‘गगनयान मिशन’ की तैयारी तेजी से आगे बढ़ रही है। दरअसल, दिसंबर 2024 में मिशन को लॉन्च किए जाने की योजना बन रही है। जी हां, इस संबंध में इसरो ने मिशन के तहत चार अंतरिक्ष यात्रियों का चयन भी कर लिया है। इनमें से एक को अंतरिक्ष की यात्रा पर भेजा जाएगा। फिलहाल चारों एस्ट्रोनॉट को अंतरिक्ष में जाने के लिए खास ट्रेनिंग दी जा रही है।
अंतरिक्ष में एक और उपलब्धि हासिल करने जा रहा भारत
ऐसे में कहा जा सकता है कि अंतरिक्ष में भारत एक और उपलब्धि हासिल करने जा रहा है। इसरो का लक्ष्य दिसंबर तक गगनयान प्रोजेक्ट का पहला मिशन लॉन्च करना है। इस अभियान के लिए रॉकेट के तीन चरण श्रीहरिकोटा के सार रेंच पहुंच चुके हैं। इसरो इस वर्ष के अंत तक अपनी पहली परीक्षण उड़ान का लक्ष्य बना रही है। पहले मानव उड़ान मिशन गगनयान के लिए रॉकेट की पहली परीक्षण उड़ान दिसंबर में होने की उम्मीद है।
गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन
गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन है जिसके तहत चार एस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष में जाएंगे। मिशन 2024 के आखिर या 2025 तक लॉन्च हो सकता है। गगनयान में तीन दिनों का मिशन होगा जिसके तहत एस्ट्रोनॉट्स के दल को 400 किलोमीटर ऊपर पृथ्वी की कक्षा में भेजा जाएगा। इसके बाद क्रू मॉड्यूल को सुरक्षित रूप से समुद्र में लैंड कराया जाएगा।
ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा भारत
अगर भारत अपने मिशन में कामयाब रहा तो वो ऐसा करने वाला चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले अमेरिका, चीन और रूस ऐसा कर चुके हैं। गगनयान के पहले मिशन को G1 कोड दिया गया है। यह मानव रहित मिशन होगा यानि इसमें कोई इंसान नहीं जाएगा। इसके बाद S200, L1 और C32 फेज पूरे किए जाएंगे।
दिसंबर महीने में किया जाएगा मिशन का पहला परीक्षण
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष डॉ. एस सोमनाथ ने भारत के अति महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान की प्रगति पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस साल दिसंबर महीने में मिशन का पहला परीक्षण किया जाएगा जिसमें ह्यूमन रेटेड रॉकेट का इस्तेमाल किया जाएगा।